मेक इन इंडिया ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। आईडेक्स , सृजन पोर्टल और समर्थ जैसे मंचों और निजी क्षेत्र के कारण नवाचार और तकनीकी क्षमता बढ़ी है। इससे भारत की रक्षा और औद्योगिक क्षमता कई गुना बढ़ी है।

‘मेक इन इंडिया’ की शुरुआत 25 सितंबर, 2014 को हुई थी। यह भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने वाली एक महत्वाकांक्षी योजना है। इसका उद्देश्य निवेश आकर्षित करना, नवोन्मेष को बढ़ावा देना, कौशल विकास को प्रोत्साहित करना और बौद्धिक संपदा की रक्षा करना है। इस पहल ने निजी क्षेत्र की भागीदारी, विशेष रूप से रक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में नवाचार और स्वदेशीकरण को गति दी है।
आज स्थिति यह है कि रक्षा उपकरणों के लिए विदेशी आपूर्तिकर्ताओं पर निर्भर रहने वाला भारत अब स्वदेशी विनिर्माण में उभरती हुई शक्ति के रूप में स्थापित हो चुका है और घरेलू क्षमताओं के माध्यम से अपनी सैन्य ताकत को आकार दे रहा है।
Read more at: https://panchjanya.com/2025/06/09/411478/bharat/steps-forward-strength-of-self/