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ब्रुकलिन में यहूदी केंद्र पर हमले की साजिश: पाकिस्तानी नागरिक मुहम्मद शहज़ेब खान गिरफ्तार

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हिंसा की पहली बरसी पर हमला करने की थी योजना, एफबीआई की कार्रवाई से टला बड़ा हादसा

अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी (FBI) ने एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा करते हुए एक पाकिस्तानी नागरिक, मुहम्मद शहज़ेब खान, को गिरफ्तार किया है। खान पर आरोप है कि उसने ब्रुकलिन स्थित एक यहूदी सामुदायिक केंद्र पर बड़े पैमाने पर गोलीबारी की योजना बनाई थी। यह साजिश कथित रूप से 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर हमास के हमले की पहली बरसी को “चिह्नित” करने के इरादे से रची गई थी।

एफबीआई द्वारा जारी दस्तावेजों के अनुसार, 23 वर्षीय शहज़ेब खान पिछले वर्ष अमेरिका आया था और न्यूयॉर्क शहर में रहते हुए उसने हमले की योजना बनाना शुरू की। उसके खिलाफ आतंकवाद से संबंधित कई गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिनमें सामूहिक हत्या की साजिश, विदेशी आतंकी संगठनों से सहानुभूति रखने और हथियार प्राप्त करने के प्रयास शामिल हैं।

एफबीआई के अनुसार, खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स के ज़रिए हमास समर्थकों से संपर्क किया था। वह यहूदी समुदाय के एक प्रमुख केंद्र को निशाना बनाकर “बड़ी संख्या में लोगों को नुकसान पहुंचाना” चाहता था। जांच एजेंसी का कहना है कि खान की गतिविधियों पर महीनों से निगरानी रखी जा रही थी, और हाल ही में उसने हथियार खरीदने की कोशिश की, जिससे उसकी योजना का खुलासा हुआ।

एफबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हमने समय रहते इस साजिश को नाकाम किया, वरना यह एक भयानक त्रासदी बन सकती थी। यह मामला दर्शाता है कि चरमपंथ अब भी वैश्विक खतरा बना हुआ है और हमें सतर्क रहने की जरूरत है।”

इस घटना से अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि पाकिस्तानी दूतावास ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में अंतरराष्ट्रीय सहयोग ज़रूरी है।

वहीं, न्यूयॉर्क की यहूदी समुदाय में इस घटना को लेकर आक्रोश और चिंता व्याप्त है। एक यहूदी नेता ने कहा, “यह सिर्फ हमारी सुरक्षा का मामला नहीं है, यह पूरे लोकतांत्रिक समाज के लिए खतरे की घंटी है।”

जांच में यह भी पाया गया है कि खान लंबे समय से इंटरनेट पर कट्टरपंथी विचारधारा से प्रभावित था और हमास व अन्य इस्लामी आतंकी संगठनों की गतिविधियों का समर्थन करता रहा है। उसने कथित रूप से हिंसक वीडियो और भड़काऊ सामग्री साझा की थी।

विशेषज्ञों का मानना है कि इंटरनेट पर फैलते उग्रवाद से निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर कड़े कदम उठाने की जरूरत है। एक साइबर सुरक्षा विश्लेषक ने कहा, “जब तक ऑनलाइन मंचों पर नफरत फैलाने वाले तत्वों पर नियंत्रण नहीं होगा, ऐसे खतरे बने रहेंगे।”


एफबीआई की तत्परता से एक बड़ा हादसा टल गया, लेकिन यह घटना स्पष्ट करती है कि धार्मिक असहिष्णुता और कट्टरपंथ की जड़ें कितनी गहरी होती जा रही हैं। इस साजिश ने अमेरिका में रहने वाले विभिन्न समुदायों को और अधिक चौकन्ना कर दिया है, और सुरक्षा एजेंसियां अब ऐसे मामलों पर और अधिक गंभीरता से नज़र रखने की बात कर रही हैं।


यह मामला इस बात का भी संकेत है कि वैश्विक आतंकवाद केवल सीमाओं का विषय नहीं रहा। इसके खिलाफ अंतरराष्ट्रीय सहयोग, जागरूकता और प्रौद्योगिकी का विवेकपूर्ण इस्तेमाल ही एकमात्र उपाय है।

Source : https://www.firstpost.com/world/pakistani-citizen-plotted-isis-attack-at-jewish-centre-in-new-york-fbis-kash-patel-reveals-details-13896057.html?utm_source=Whatsapp_FP&utm_medium=Social

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