जोधपुर में देश का पहला वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो बन रहा है, जो राजस्थान ही नहीं, पूरे भारत के रेलवे नेटवर्क के लिए ऐतिहासिक उपलब्धि है। उत्तर पश्चिम रेलवे के जोधपुर मंडल के भगत की कोठी रेलवे स्टेशन के पास लगभग 167 करोड़ रुपये की लागत से इस डिपो का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह डिपो 600 मीटर क्षेत्र में फैला होगा और इसकी सबसे खास बात यह है कि यहां एक साथ तीन वंदे भारत ट्रेनों का रखरखाव और मरम्मत की जा सकेगी। इस डिपो में तीन पिट लाइनें बनाई जा रही हैं, जिससे ट्रेनों की सर्विसिंग और तकनीकी जांच सुचारु रूप से की जा सकेगी।
देश में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे इनके रखरखाव के लिए विशेष और अत्याधुनिक डिपो की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। अभी तक इन ट्रेनों का रखरखाव पारंपरिक डिपो में ही होता था, जिससे तकनीकी और लॉजिस्टिक चुनौतियां आती थीं। जोधपुर में बन रहा यह डिपो इस समस्या का समाधान करेगा और पूरे भारत की वंदे भारत ट्रेनों के लिए केंद्र बिंदु बनेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस डिपो का निर्माण 2025 के अंत तक पूरा हो जाएगा और इसके साथ ही एक वर्कशॉप तथा प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित किया जाएगा, जिसकी लागत लगभग 200 करोड़ रुपये होगी। इस वर्कशॉप में कर्मचारियों को वंदे भारत ट्रेनों के रखरखाव के लिए आधुनिक तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाएगी, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के नए अवसर मिलेंगे।
रेलवे भर्ती बोर्ड के माध्यम से कर्मचारियों की भर्ती की जाएगी और उन्हें प्रशिक्षण देकर तैनात किया जाएगा। इससे न केवल क्षेत्रीय स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि रेलवे के बुनियादी ढांचे को भी मजबूती मिलेगी। वंदे भारत एक्सप्रेस भारतीय रेलवे की सबसे आधुनिक और सेमी-हाई-स्पीड ट्रेन है, जो देश के नवाचार, आत्मनिर्भरता और सतत विकास के सपनों का प्रतीक है। इस ट्रेन का रखरखाव उच्चतम मानकों के अनुसार किया जाना जरूरी है, ताकि यात्रियों को सुरक्षित, तेज और आरामदायक सफर मिल सके।
जोधपुर में बन रहा यह डिपो न केवल ट्रेनों की सेवा गुणवत्ता और विश्वसनीयता को बढ़ाएगा, बल्कि राजस्थान और पश्चिमी भारत के रेलवे नेटवर्क को भी नई पहचान देगा। इससे जोधपुर रेलवे मंडल का महत्व राष्ट्रीय स्तर पर और बढ़ जाएगा। इस डिपो के साथ-साथ जोधपुर में रेलवे से जुड़ी अन्य सुविधाओं और बुनियादी ढांचे का भी विस्तार होगा, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
इस तरह, जोधपुर में बन रहा देश का पहला वंदे भारत मेंटेनेंस डिपो भारतीय रेलवे के भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो तकनीकी नवाचार, रोजगार और क्षेत्रीय विकास के नए द्वार खोलेगा।