राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का राजस्थान क्षेत्र कार्यकर्ता विकास वर्ग प्रथम का शुभारंम्भ उद्घाटन सत्र के साथ हुआ। इसमें राजस्थान क्षेत्र की जयपुर,जोधपुर व चित्तौङ प्रान्त के स्वयंसेवकों की सहभागिता है। शारदा बालिका निकेतन के सभागार में आयोजित उद्घाटन व संवाद सत्र में संघ के राजस्थान क्षेत्र सह कार्यवाह गेंदालाल का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। इस अवसर पर उन्होंने अपने बौद्धिक में कहा कि कार्यकर्ता के विकास के लिए शिक्षण, प्रशिक्षण, मनः स्थिति रुचि होने से ही योग्य कार्यकर्ता बन सकता है। वर्ग में सामूहिक जीवन व तपस्वी की भांति एक साथ जीवन जीने का अवसर प्राप्त होता है। वर्ग में हमको शताब्दी वर्ष को संकल्प वर्ष मानकर मेरे लिए जो संघ का दायित्व तय होगा उसको पूर्ण करने के लिए सिद्ध होना है। इस दृष्टि से हिंदुत्व का हमारे जीवन में प्रगटीकरण आचरण एवं व्यवहार में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज से 100 वर्ष पूर्व डॉक्टर हेडगेवार जी ने 15-16 मित्रों के साथ यह कार्य प्रारंभ किया लेकिन आज यह कार्य देश-विदेश में एक लाख से अधिक स्थानों पर कार्य चल रहा है। संघ के प्रारंभिक काल से लेकर आज तक इस पवित्र काम को 100 वें वर्ष में प्रवेश कार्यकर्ताओं के परिश्रम से ही हुआ है। संघ के वर्गों में पाठ्यक्रम व अवधि में समय-समय पर परिवर्तन होते रहें हैं लेकिन इन वर्गों का उद्देश्य संघ कार्य विस्तार व हिंदू समाज का संगठन करना है। संघ के इन वर्गों में विराट हिंदू दर्शन होते हैं।

इस अवसर पर सेवा प्रदर्शनी (सेवा कोना ) का उद्घाटन हुआ।
सर्वाधिकारी हनुमान सिंह देवड़ा, क्षेत्र सह कार्यवाह गेंदालाल ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित एवं पुष्पार्चन कर सेवा प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर वर्ग पालक गंगाविष्णु, वर्ग कार्यवाह रमेश पारिक, सह प्रान्त प्रचारक राजेश उपस्थित रहे। इसमें सेवा को समर्पित महापुरुष के जीवन प्रसंग, सेवा द्वारा समाज परिवर्तन, सेवा गीत, सेवा अमृत वचन, सेवा सुभाषित, सेवा कार्य के चार्ट द्वारा सेवा कार्य की जानकारी एवं सेवा भाव जागरण के बारे में बताया गया है।
