त्रि-सेवा प्रेस कॉन्फ्रेंस: 11 मई 2025 को भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के शीर्ष कमांडरों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई (DGMO), एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती (DG Air Ops) और वाइस एडमिरल एएन प्रमोद (DG Naval Ops) ने हिस्सा लिया।
मुख्य बिंदु:
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता:
DGMO ने बताया कि भारतीय वायुसेना और सेना ने मिलकर पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर सटीक और सीमित हमले किए। इन हमलों में नौ प्रमुख आतंकी लॉन्चपैड, ट्रेनिंग कैंप और नियंत्रण केंद्र तबाह किए गए। लगभग 100 से अधिक आतंकवादी और कई हाई-वैल्यू टारगेट्स (जैसे यूसुफ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ, मुदस्सिर अहमद) मारे गए, जो IC-814 हाईजैक और पुलवामा हमले में शामिल थे।
Watch LIVE:
— Ministry of Defence, Government of India (@SpokespersonMoD) May 11, 2025
Media Briefing on #OpSINDOOR by DGMO & senior officers from the Indian Navy and Indian Air Force at National Media Centre. https://t.co/iK4Smpx2A5
तकनीकी और सामरिक पहलू:
एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने बताया कि ऑपरेशन में ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल, प्रिसिशन गाइडेड म्यूनिशन और एडवांस्ड ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया गया।
नौसेना ने अरब सागर में स्ट्राइक ग्रुप तैनात कर पाकिस्तान की समुद्री गतिविधियों पर नजर रखी और जरूरत पड़ने पर कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार रही।
सीजफायर और उल्लंघन:
DGMO ने कहा कि 10 मई की रात भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ स्तर की वार्ता के बाद सीजफायर पर सहमति बनी थी, लेकिन उसके बावजूद पाकिस्तान की ओर से एलओसी और एयरस्पेस उल्लंघन हुए। भारत ने संयम बरतते हुए जवाबी कार्रवाई की, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ।
मानवाधिकार और नागरिक सुरक्षा:
DGMO ने आश्वासन दिया कि सभी सैन्य कार्रवाई केवल आतंकवादी ठिकानों पर केंद्रित थी। नागरिक क्षेत्रों को नुकसान से बचाने के लिए सटीक हथियारों का इस्तेमाल किया गया। सेना ने जम्मू, कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में नागरिकों की सुरक्षा और राहत कार्यों के लिए विशेष टीमें तैनात की हैं।
आगे की रणनीति और संदेश
सख्त चेतावनी:
DGMO ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अगर भविष्य में कोई भी आतंकवादी कार्रवाई या सीमा उल्लंघन हुआ, तो भारत और भी सख्त और निर्णायक जवाब देगा।
शांति की इच्छा:
प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी कहा गया कि भारत युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगा।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय को संदेश:
DGMO ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि वे पाकिस्तान पर दबाव बनाएं ताकि वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद करे और क्षेत्र में शांति बनाए रखे।
मीडिया और जनता से अपील
DGMO और अन्य अधिकारियों ने मीडिया और जनता से अपील की कि वे अफवाहों और अपुष्ट खबरों से बचें, केवल आधिकारिक सूचनाओं पर भरोसा करें, और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं।
यह प्रेस कॉन्फ्रेंस भारत की सैन्य तैयारियों, ऑपरेशन सिंदूर की सफलता और भविष्य की रणनीति का स्पष्ट संदेश थी। भारत ने दिखा दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में सक्षम है, लेकिन साथ ही क्षेत्रीय शांति और नागरिक सुरक्षा को भी सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।