नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने हाल ही में एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की। दोनों एयरलाइंस मिलकर देश-विदेश में प्रतिदिन 1,000 से अधिक उड़ानें संचालित करती हैं, जिससे उनकी संचालन क्षमता और सुरक्षा मानकों का महत्व और बढ़ जाता है। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दोनों एयरलाइनों की परिचालन क्षमता का आकलन करना, सुरक्षा मानकों के पालन की पुष्टि करना और यात्री सेवा नियमों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दोहराना था।
DGCA, held a high-level meeting with senior officials from Air India and Air India Express, which collectively operate over 1,000 daily flights across domestic and international routes. The purpose of the meeting was to assess operational resilience and reaffirm both carriers’… pic.twitter.com/c6bxzy1L1f
— ANI (@ANI) June 17, 2025
बैठक के दौरान सात प्रमुख बिंदुओं पर चर्चा की गई, जिनका मुख्य फोकस नियामक अनुपालन बनाए रखना और परिचालन की विश्वसनीयता को और बेहतर बनाना था। DGCA ने दोनों एयरलाइनों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वे सभी सुरक्षा मानकों और यात्री सेवा नियमों का पूरी तरह पालन करें। चर्चा के केंद्र में आंतरिक ऑडिट, सुरक्षा प्रशिक्षण, उपकरणों की नियमित जांच, फ्लाइट क्रू की सेहत, आपातकालीन तैयारियां, ग्राहक सेवा की गुणवत्ता और शिकायत निवारण तंत्र जैसे विषय शामिल रहे।
DGCA ने स्पष्ट किया कि भारतीय विमानन क्षेत्र की सुरक्षा और विश्वसनीयता सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे में एयरलाइंस को अपने संचालन में पारदर्शिता, गुणवत्ता और त्वरित समस्या समाधान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बैठक में यह भी तय हुआ कि DGCA समय-समय पर निरीक्षण और मूल्यांकन करता रहेगा, ताकि किसी भी तरह की चूक या लापरवाही की संभावना न रहे।
एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस ने DGCA को आश्वस्त किया कि वे सभी नियामक दिशानिर्देशों का पालन कर रहे हैं और यात्रियों की सुरक्षा व सुविधा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं। दोनों एयरलाइनों ने अपने संचालन में गुणवत्ता और पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का भरोसा भी जताया।
यह बैठक भारतीय विमानन क्षेत्र में सुरक्षा, संचालन और सेवा गुणवत्ता को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जिससे यात्रियों का विश्वास और देश की वैश्विक छवि दोनों सुदृढ़ होंगे।