भारतीय वायुसेना द्वारा 10 मई 2025 को रावलपिंडी के नूर खान एयरबेस पर ब्रह्मोस मिसाइल से हुए सटीक हमले के बाद पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर को मजबूरन अपने मुख्यालय (GHQ) के भीतर एक सुरक्षित बंकर में घंटों तक छिपना पड़ा। यह कदम सिर्फ एक सामरिक प्रतिक्रिया नहीं था, बल्कि पाकिस्तान की सैन्य नेतृत्व पर भारत की गहरी स्ट्राइक क्षमता के मनोवैज्ञानिक असर को भी दर्शाता है।
सूत्रों के अनुसार, नूर खान एयरबेस पर हमले के बाद पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व में भारी हड़कंप मच गया। जनरल मुनीर की सुरक्षा के लिए उनका संचालन बेस भी बदलने की योजना बनाई गई है, ताकि भविष्य में ऐसी गहरी स्ट्राइक्स से बचाव किया जा सके।
इस हमले ने पाकिस्तान की वायुसेना और सामरिक कमान की कमजोरियों को उजागर कर दिया। भारतीय मिसाइलें बिना किसी बड़ी रुकावट के पाकिस्तानी एयरस्पेस में दाखिल हुईं और प्रमुख सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिससे पाकिस्तानी सेना के शीर्ष नेतृत्व में चिंता और असुरक्षा की भावना बढ़ गई।
भारत की ऑपरेशन सिंदूर के तहत की गई गहरी और सटीक स्ट्राइक्स ने न सिर्फ पाकिस्तान के सैन्य ढांचे को झटका दिया, बल्कि उसके शीर्ष नेतृत्व को भी असहज और असुरक्षित कर दिया, जिससे सेना प्रमुख को भी बंकर में छिपना पड़ा