रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 15 मई को तुर्की के इस्तांबुल में यूक्रेन के साथ सीधी शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा है। पुतिन ने कहा कि ये वार्ताएं बिना किसी पूर्व शर्त के शुरू होनी चाहिए और इनका उद्देश्य युद्ध के मूल कारणों का समाधान और दीर्घकालिक शांति स्थापित करना है।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर ज़ेलेंस्की ने इस प्रस्ताव को “सकारात्मक संकेत” बताया, लेकिन स्पष्ट किया कि वार्ता से पहले रूस को पूर्ण और विश्वसनीय युद्धविराम लागू करना होगा। ज़ेलेंस्की ने 30 दिन के बिना शर्त युद्धविराम की मांग की है, जो सोमवार से लागू होना चाहिए। उन्होंने कहा, “किसी भी युद्ध को खत्म करने की पहली शर्त युद्धविराम है”।
पुतिन ने ज़ेलेंस्की की शर्त को अस्वीकार करते हुए कहा कि युद्धविराम पर चर्चा वार्ता के दौरान ही हो सकती है, न कि उससे पहले। उन्होंने यूरोपीय देशों की “अल्टीमेटम और रूस-विरोधी बयानबाज़ी” की आलोचना की और कहा कि रूस बिना किसी शर्त के बातचीत के लिए तैयार है।
तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन ने वार्ता की मेज़बानी के लिए समर्थन जताया है, लेकिन तुर्की ने भी युद्धविराम को प्राथमिकता देने की बात कही है।
इस बीच, अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दोनों पक्षों से तत्काल वार्ता शुरू करने का आग्रह किया है, जबकि यूरोपीय देशों ने रूस पर नए प्रतिबंधों की चेतावनी दी है अगर वह युद्धविराम के लिए राज़ी नहीं होता
पुतिन ने यूक्रेन से सीधी वार्ता का आह्वान किया, ज़ेलेंस्की ने युद्धविराम की शर्त रखी
- Mayank Kansara
- May 12, 2025
- 8:50 am

Facebook
Twitter
LinkedIn
Telegram
WhatsApp
Email
Facebook
Twitter
LinkedIn
Telegram
WhatsApp
Email
Tags