राजस्थान के जैसलमेर जिले से एक बड़ा सुरक्षा मामला सामने आया है, जहां सरकारी कर्मचारी शकूर खान को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शकूर खान जैसलमेर के जिला रोजगार कार्यालय में सहायक प्रशासनिक अधिकारी (एएओ) के पद पर कार्यरत था। इंटेलिजेंस और सीआईडी की संयुक्त टीम ने 28 मई को उसे हिरासत में लिया और 3 जून को औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया। कोर्ट ने उसे 7 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा, जिसके बाद पूछताछ के लिए जयपुर और जैसलमेर दोनों जगहों पर छापेमारी और तफ्तीश की गई।
#WATCH | Jaipur, Rajasthan: Government employee Shakur Khan, arrested on allegations of spying from Jaisalmer, sent to judicial custody
— ANI (@ANI) June 10, 2025
The next hearing will be held on 21 June. pic.twitter.com/wKXIWR51Dz
जांच में सामने आया कि शकूर खान ने बिना सरकारी अनुमति के पाकिस्तान की सात यात्राएं की थीं और वहां आईएसआई एजेंटों से संपर्क में था। उसके मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज़ से पाकिस्तान को संवेदनशील और गोपनीय सूचनाएं भेजने के पुख्ता सबूत मिले हैं। पूछताछ में यह भी सामने आया कि वह पाकिस्तान दूतावास के पूर्व अधिकारी दानिश और अन्य संदिग्धों के संपर्क में था।
शकूर खान के खिलाफ शासकीय गुप्त बात अधिनियम 1923 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां उसके बैंक खातों, संपर्कों और जासूसी नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कर रही हैं। पूछताछ के दौरान शकूर खान ने कांग्रेस के पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद से संबंधों की बात भी कबूली है, हालांकि वह कई सवालों के जवाब देने में टालमटोल कर रहा है।
इस गिरफ्तारी के बाद जैसलमेर और राजस्थान में सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता बढ़ गई है। वकीलों ने कोर्ट में नारेबाजी करते हुए शकूर खान की पैरवी से इनकार कर दिया और पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वालों को कड़ी सजा देने की मांग की है। फिलहाल शकूर खान को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उससे जुड़े कई राज खुलने की संभावना है।
यह मामला न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरे देश की सुरक्षा व्यवस्था के लिए गंभीर चेतावनी है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि सरकारी तंत्र में बैठे कुछ लोग भी देश की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन सकते हैं।