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“गांवों को बनाएं विकास केन्द्र” – कु.सी. सुदर्शन

मोमासर (बीकानेर)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्व सरसंघ चालक कु.सी. सुदर्शन ने कहा है कि गांवों को विकास केन्द्र बनाए जाने की जरूरत है। पूर्व सरसंघ चालक सोमवार को आचार्य महाप्रज्ञ के सानिध्य में आयोजित अहिंसा व अभयप्रदान जीवन शैली एवं कृषि स्वावलम्बन विषयक संगोष्ठी को सम्बोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में शहर तो विकसित होते जा रहे हैं लेकिन गांव पिछड़ते जा रहे हैं। इसलिए गांवों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।
उन्होंने अहिंसा, कृषि, बिजली उत्पादन, जल संरक्षण तथा अनुसंधान सहित अनेक महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विस्तार से चर्चा की। सुदर्शन ने झरनों के जरिए उत्पादित बिजली का महत्व बताते हुए कहा कि इस तरह के प्रयोग प्रकृति की सुरक्षा के साथ-साथ देश के विकास में सहायक हैं। इन पर और कार्य किया जाना चाहिए।
परमाणु संधि हास्यास्पद
पूर्व सरसंघ चालक ने केन्द्र सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि अमरीका के साथ विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए की गई परमाणु समझौता संधि हास्यास्पद है। इस मुद्दे पर भारत को बहकावे में नहीं आना चाहिए।
गरीबों को भूले जनप्रतिनिधि
जनतंत्र में जनप्रतिनिधियों की भूमिका पर उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधि अपने भत्ते व सुविधाओं के चक्कर में गरीब की ओर ध्यान नहीं देते हैं। जबकि उन्हें गरीबों व पिछड़ों के विकास पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
इन्द्रिय तृप्ति को ही प्रधानता
इस अवसर पर आचार्य महाप्रज्ञ ने कहा कि जो देश अधिक उत्पादन की सोच रखता है वही पर्यावरण को प्रदूषित कर रहा है। आज विकास की अवधारणा पर चिंतन जरूरी है। वर्तमान में केवल इन्द्रिय तृप्ति को ही प्रधानता दी जा रही है। अधिक उत्पादन व उपभोग पर ही ध्यान दिया जा रहा है। यह अवधारणा नहीं बदलेगी तो देश का एक वर्ग विकास से अछूता रह जाएगा।
ग्राम कोष बनाएं
गांवों में बसने वाले इस वर्ग के लिए यदि ग्राम कोष बन जाए तो इन्हें सरकार की ओर देखना नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि शहरों और गांवों की जीवन शैली में भिन्नता है।
ग्रामीण विकास महत्वपूर्ण मुद्दा
युवाचार्य महाश्रमण ने कहा कि ग्रामीण विकास महत्वपूर्ण मुद्दा है। खेती में नैतिक साधनों में विकास की अपेक्षा है। साध्वी प्रमुख कनकप्रभा, दीपक सचदेवा, राज्य गौ आयोग संघ के पूर्व अध्यक्ष भंवरलाल कोठारी ने भी विचार रखे। इससे पहले पूर्व सरसंघ चालक ने कार्यकर्ताओं से विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।

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