वनवासी कल्याण आश्रम, मायाबंदर, अंदमान-निकोबार द्वीप समूह की ओर से विराट महिला सम्मेलन का आयोजन

गत दिनों वनवासी कल्याण आश्रम, मायाबंदर, अंदमान-निकोबार द्वीप समूह की ओर से विराट महिला सम्मेलन का आयोजन किया गया। गोंड रानी वीरांगना दुर्गावती की 500वीं जयंती और महान स्वतंत्रता सेनानी भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर आयोजित इस सम्मेलन में लगभग 2,000 महिलाएं उपस्थित थीं। अपने संबोधन में अखिल भारतीय सह महिला प्रमुख अनुराधा भाटिया ने कहा कि हमें अपने धर्म, अपनी पहचान और संस्कृति की सुरक्षा करनी है और संगठित होकर अपनी समस्याओं का समाधान निकालना है।
इसके बाद कर्माटांग गांव की महिला टोली एवं पैलून गांव की महिला टोली ने उरांव जनजाति का लोकनृत्य प्रस्तुत किया। इसके उपरांत राष्ट्र सेविका समिति, अंदमान-निकोबार द्वीप समूह की कार्यवाहिका अर्चना हर्षे ने कहा कि रानी दुर्गावती गोंडवाना की एक प्रसिद्ध रानी थीं।
वे 16वीं शताब्दी में मुगल साम्राज्य के विरुद्ध निरंतर लड़ती रहीं। उन्हें उनकी वीरता, साहस और आत्मबलिदान के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। मुख्य वक्ता और अखिल भारतीय महिला प्रमुख वीणापाणि दास शर्मा ने कहा कि वनवासी कल्याण आश्रम भारत के जनजाति समाज 12 करोड़ लोगों की संस्कृति, रीति-रिवाज और परंपरा को बचाने के लिए कार्य कर रहा है।
सम्मेलन की समाप्ति पर सभी ने पारंपरिक सामूहिक वनवासी नृत्य किया। सम्मेलन में समाज सेवा, धार्मिक क्षेत्र, जड़ी-बूटी चिकित्सा एवं देशी इलाज पद्धति, स्वास्थ्य सेवा, संगठन, संस्कार, रामकथा पारायण, शिक्षा, पारंपरिक गायन, लोक कला संरक्षण के लिए कार्य करने वालीं 12 महिलाओं को ‘रानी दुर्गावती नारी शक्ति सम्मान’ से सम्मानित किया गया।
Source : http://panchjanya.com