।। सांस्कृतिक मूल्यों का संरक्षण कर महिलाओं को राष्ट्र के प्रति समर्पित बनाना ही समिति का उद्देश्य – पाटिल ।।
*( आत्मविश्वास से “संगच्छध्वम् संवदध्वम्” का संगठन भाव लिए, घोष की ताल पर कदम मिलती राष्ट्र सेविका समिति की सेविकाओं का पथ संचलन संपन्न )*
जोधपुर । राष्ट्र सेविका समिति जोधपुर प्रांत के आदर्श विद्या मंदिर स्कूल में चल रहे प्रशिक्षण वर्ग में हिस्सा ले रही प्रांत भर की सेविकाओं ने शहर में पथ संचलन निकाल अनुशासन के साथ शौर्य व पराक्रम का दिया संदेश ।
प्रांत कार्यवाहिका डॉ सुमन रावलोत ने बताया कि संचलन में सेविकाएं पूर्ण गणवेश में भगवा ध्वज की साथ घोष की लय पर कदलताल मिलाते हुए महेश स्कूल से निकल कर शनिचर थान जालोरी गेट गोल बिल्डिंग से बी रोड होते हुए पांचवीं रोड गीता भवन से पुनः उदगम स्थल पर जाकर सम्पन्न हुआ ।
प्रशिक्षण वर्ग की अधिकारी सरोज न्योल ने बताया कि वर्ग में सेविकाओं का मार्गदर्शन करने आई अखिल भारतीय सह घोष प्रमुख प्राची पाटिल ने कहा कि राष्ट्र सेविका समिति का मुख्य उद्देश्य भारतीय स्त्रियों को शारीरिक बौद्धिक और नैतिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे सके । समिति का उद्देश्य स्त्री शक्ति को पहचाने और महिलाओं को राष्ट्र धर्म की सेवा के साथ राष्ट्र निर्माण में उनका विकास राष्ट्र के विकास में सहायक होगा।
समिति महिलाओं के शारीरिक स्वास्थ बौद्धिक क्षमता और मनोबल को बढ़ाने के लिए इस प्रकार वर्ग लगता है । जिनमें महिलाओं के साथ बालिकाओं का हर प्रकार का व्यक्तित्व निर्माण और विकास होता है । साथ ही समिति महिलाओं को भारतीय संस्कृति और सांस्कृतिक मूल्यों से जोड़ कर उन्हें राष्ट्र के प्रति समर्पित बनती है । और हमारा उद्देश्य भी है ।
संचलन में अखिल भारतीय संवर्धनी न्यास की सचिव माधुरी मराठे ने कहा कि यह संगठन एक हिंदू राष्ट्रवादी महिलाओं का संगठन है जिसकी स्थापना 25 अक्टूबर 1936 को महाराष्ट्र के वर्धा में हुई थी। समिति का ध्येय सूत्र स्त्री राष्ट्र की आधार शीला है इसी को सार्थक करते हुए महिलाओं को राष्ट्र जागृत कर एक तेजस्वी हिंदू राष्ट्र के पुननिर्माण में मदद करने के लिए कार्य करती है ।
संचलन में वायव्य क्षेत्र की सह बौद्धिक प्रमुख वंदना मित्तल प्रांत प्रचारिका ऋतु शर्मा सहित अधिकारी उपस्थिति थी ।
संचलन का मार्ग में दर्जन भर से अधिक स्वयंसेवी संगठनों व्यापारी संस्थाओं के द्वारा पुष्प वर्षा व गगनभेदी भारत माता की जय वंदे मातरम जैसे जयघोष के साथ स्वागत अभिनंदन किया गया ।




