मेरे पिता मेरे सपनों को पूरा करना चाहते थे …. फूलों से सुसज्जित ताबूत भेंट ….केरल में वामपंथी आतंक के पीड़ितों ने सुनाया अपना दर्द
विषम सामाजिक परिस्थितियों को रौंदते हुए हमारे राष्ट्र को सामाजिक समरसता के विचार डॉ अम्बेडकर ने दिए – नन्दलाल जी
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा मे पारित प्रस्ताव एवं प्रतिवेदन तथा केरल में वामपंथियो द्वारा हिंसा के विरोध में राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन पर एक रिपोर्ट