अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान विवाद में मध्यस्थता का दावा करने से अब पूरी तरह पल्ला झाड़ लिया है। ट्रंप ने नया बयान देते हुए कहा,
“मैं यह नहीं कहूंगा कि मैंने किया, लेकिन इतना जरूर है कि मैंने भारत-पाक मसले को सुलझाने में काफी मदद की।”
भारत-पाकिस्तान सीजफायर वाले बयान पर पलटे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, कहा- मैंने मध्यस्थता नहीं कराई…#हल्ला_बोल #India #Pakistan #News #Trump | @anjanaomkashyap pic.twitter.com/p7PjEsDvVb
— AajTak (@aajtak) May 15, 2025
क्या है मामला?
पहले: ट्रंप ने कई बार खुलेआम दावा किया था कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित कराने में “मध्यस्थ” की भूमिका निभाई और “शांति समझौता” कराया।
अब: ट्रंप ने अपने बयान में नरमी लाते हुए कहा कि वे खुद को श्रेय नहीं देना चाहते, लेकिन उन्होंने “मदद” जरूर की।
यह बयान ऐसे समय आया है जब भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक और सैन्य मोर्चे पर बड़ी जीत दर्ज की है।
भारत की कूटनीतिक जीत
ट्रंप के बदले सुर से साफ है कि भारत ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने और अपनी स्थिति मजबूत करने में सफलता पाई है।
भारत ने हमेशा दो टूक कहा है कि भारत-पाक मसला द्विपक्षीय है और किसी तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं।
ट्रंप के यू-टर्न से पाकिस्तान की “मध्यस्थता” की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है।
डोनाल्ड ट्रंप के ताजा बयान ने साफ कर दिया है कि भारत ने न सिर्फ पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से घेरा, बल्कि अमेरिका जैसे देश को भी अपनी नीति के आगे झुकने पर मजबूर कर दिया। यह भारत की बड़ी कूटनीतिक और रणनीतिक जीत है!