भारतीय सेना ने अपनी मारक क्षमता को और मजबूती देते हुए चीन और पाकिस्तान की सीमाओं के पास दो नए स्वदेशी पिनाका मल्टी-बैरेल रॉकेट लॉन्चर (MBRL) रेजिमेंट्स की तैनाती शुरू कर दी है। अभी तक छह पिनाका रेजिमेंट्स इन सीमाओं पर सक्रिय थीं, लेकिन अब दो और रेजिमेंट्स के जुड़ने से यह संख्या आठ हो जाएगी। इन नए रेजिमेंट्स की पूरी तरह से ऑपरेशनल क्षमता अगले कुछ महीनों में हासिल हो जाएगी, जबकि दो और रेजिमेंट्स के उपकरण वर्ष के अंत तक सेना को मिल जाएंगे, जिससे 2026 तक कुल दस पिनाका रेजिमेंट्स तैनात हो जाएंगी।
पिनाका रॉकेट सिस्टम को डीआरडीओ ने विकसित किया है और इसका निर्माण बीईएमएल, टाटा पावर और एलएंडटी जैसी भारतीय कंपनियां करती हैं। प्रत्येक पिनाका रेजिमेंट में तीन बैटरियां होती हैं और हर बैटरी में छह लॉन्चर होते हैं, जो 44 सेकंड में 72 रॉकेट दाग सकती हैं। एक रेजिमेंट में कुल 18 लॉन्चर होते हैं, जो लगभग 800 x 1000 मीटर क्षेत्र में विनाशकारी हमला कर सकते हैं। यह प्रणाली समुद्र तल पर 38 किलोमीटर और ऊंचाई वाले इलाकों में इससे भी अधिक दूरी तक लक्ष्य भेद सकती है, जिससे लद्दाख जैसे दुर्गम क्षेत्रों में भी सेना को रणनीतिक बढ़त मिलती है।
पिनाका की तैनाती से भारतीय सेना को त्वरित और गहरे हमले की क्षमता मिली है। यह प्रणाली पुराने रूसी ग्रैड सिस्टम की जगह ले रही है और सेना की ‘मीडियमाइजेशन’ रणनीति का हिस्सा है, जिसमें स्वदेशी हथियारों को प्राथमिकता दी जा रही है। पिनाका रेजिमेंट्स की संख्या बढ़ने से भारत की सीमा सुरक्षा, युद्ध की गति और आत्मनिर्भरता में बड़ा इजाफा हुआ है। यह कदम न केवल पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारत की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, बल्कि भारतीय रक्षा उद्योग को भी वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाता है।
चीन और पाकिस्तान सीमा पर भारतीय सेना ने तैनात किए दो नए ‘डीप-स्ट्राइक’ पिनाका रेजिमेंट्स
- Mayank Kansara
- June 25, 2025
- 10:19 am

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