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“याचना नहीं, अब रण होगा”: एयर मार्शल एके भारती ने पाकिस्तान को दिनकर के शब्दों में दी कड़ी चेतावनी

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एयर मार्शल एके भारती ने हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए रामधारी सिंह दिनकर की प्रसिद्ध पंक्ति “याचना नहीं, अब रण होगा” का उल्लेख किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत अब केवल अनुरोध नहीं करेगा, बल्कि आवश्यकता पड़ने पर निर्णायक और कठोर जवाब देने के लिए तैयार है। भारती ने कहा कि भारतीय वायुसेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान की सैन्य और आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है।

याचना नहीं, अब रण होगा


उन्होंने यह भी कहा,

“हमारी लड़ाई आतंकवादियों और उनके संरचनात्मक ढांचे के खिलाफ है, लेकिन अगर पाकिस्तान सेना उनका साथ देती है, तो उसे भी परिणाम भुगतने होंगे। हमने वहां प्रहार किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा चोट पहुंचे। अब भारत की नीति स्पष्ट है-शांति की याचना नहीं, आवश्यकता पड़ने पर रण होगा।”

इस बयान के जरिए एयर मार्शल भारती ने पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश दिया कि भारत अब आतंकवाद और उसकी संरचना को बर्दाश्त नहीं करेगा, और जरूरत पड़ने पर निर्णायक कार्रवाई से पीछे नहीं हटेगा।

“आपने देखा होगा, पाकिस्तान द्वारा छोड़े गए उन चर्चित तुर्की ड्रोन का हमने क्या हाल किया” – भारतीय सेना


भारतीय सेना और वायुसेना ने स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम जैसे आकाश और D4 काउंटर-यूएएस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर इन अधिकतर ड्रोन को मार गिराया। प्रेस ब्रीफिंग के दौरान इन तुर्की ड्रोन के मलबे को भी दिखाया गया, जिससे यह साबित हुआ कि कोई भी ड्रोन अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाया और सभी भारतीय सैन्य ठिकाने पूरी तरह सुरक्षित रहे।

भारतीय सेना का संदेश साफ था:
पाकिस्तान के चर्चित तुर्की ड्रोन भारतीय सुरक्षा व्यवस्था के सामने पूरी तरह विफल रहे और उन्हें निर्णायक रूप से नष्ट कर दिया गया। इससे भारतीय एयर डिफेंस की मजबूती और तत्परता का स्पष्ट प्रमाण मिलता है।

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भारतीय वायुसेना (IAF) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में पुष्टि की कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत कराची के मालिर कैंटोनमेंट में स्थित पाकिस्तान के सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइल (SAM) सिस्टम को पूरी तरह नष्ट कर दिया गया।
एयर मार्शल ए. के. भारती ने बताया कि यह हमला “सटीक और संतुलित प्रतिक्रिया” का हिस्सा था, जिसमें कराची जैसे रणनीतिक शहर में पाकिस्तान की महत्वपूर्ण सैन्य क्षमता को निशाना बनाया गया।

भारतीय सेना के अधिकारियों ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक नक्शा दिखाया, जिसमें साफ तौर पर दर्शाया गया कि भारतीय बलों ने पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद के पास स्थित सैन्य ठिकानों पर भी हमले किए।
इन हमलों में प्रमुख एयरबेस, सैन्य कमांड सेंटर और हथियार डिपो शामिल थे, जिससे यह संदेश गया कि भारत केवल सीमावर्ती क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं, बल्कि पाकिस्तान के दिल तक पहुंचने की क्षमता रखता है।

एयर मार्शल ए.के. भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट रूप से कहा:
“हमारे सभी सैन्य ठिकाने और सभी सिस्टम पूरी तरह से ऑपरेशनल हैं और भविष्य में किसी भी मिशन के लिए तैयार हैं।”

भारत ने पिछले सप्ताह पाकिस्तान के हमले को नाकाम करने में इस्तेमाल की गई अपनी रक्षा संपत्तियों-स्वदेशी और पारंपरिक दोनों-की तस्वीरें जारी की हैं। इन तस्वीरों में दिखाया गया है कि भारतीय सशस्त्र बलों ने किस तरह घरेलू तकनीक और पारंपरिक हथियारों का इस्तेमाल कर पाकिस्तानी मिसाइल, ड्रोन और हवाई हमलों को विफल किया।

इनमें स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम, मिसाइलें, रडार और पारंपरिक हथियार शामिल हैं, जो ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत विकसित किए गए हैं। उपग्रह और जमीनी तस्वीरों में दिखाया गया है कि भारतीय हथियारों ने पाकिस्तान के एयरबेस, एयर डिफेंस सिस्टम और सैन्य ढांचे को भारी नुकसान पहुंचाया।

भारतीय सेना ने उन चीनी मूल की मिसाइलों और तुर्की मूल के ड्रोन का मलबा सार्वजनिक रूप से दिखाया है, जिन्हें पाकिस्तान ने भारत पर हालिया हमलों में इस्तेमाल किया था।
प्रेस ब्रीफिंग में एयर मार्शल ए.के. भारती और डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने इन नष्ट किए गए हथियारों के अवशेष मीडिया को दिखाए।

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