Estimated Reading Time: 3 minutes
परिचय
1 अक्टूबर, 2023 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संघ पर एक विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे, जो भारतीय संस्कृति और एकता का प्रतीक है। यह कार्यक्रम दिल्ली के आंबेडकर भवन में आयोजित होगा, जिसमें RSS के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले भी उपस्थित रहेंगे। यह कार्यक्रम संघ के शताब्दी वर्ष के प्रारंभ की भी तैयारी करता है, जो 2 अक्टूबर को नागपुर में दशहरा के दिन से शुरू होगा।
संघ के महत्व और शताब्दी वर्ष का महत्व
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) 1925 में स्थापित हुआ था और यह भारतीय समाज के विकास और संस्कृति के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता आया है। RSS का उद्देश्य भारतीय संस्कृति को सशक्त करना और समाज में एकता और अखंडता को बढ़ावा देना है। संघ का शताब्दी वर्ष न केवल इसकी उपलब्धियों को मान्यता देता है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नए विज़न और उद्देश्यों को भी सामने लाता है।
सिक्का और डाक टिकट का विमोचन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा जारी किए जा रहे इस विशेष सिक्के और डाक टिकट का लक्ष्य संघ की 100 वर्षों की यात्रा को मान्यता देना है। यह सिक्का और डाक टिकट न केवल संघ की ऐतिहासिकता को दर्शाते हैं, बल्कि युवाओं को प्रेरित करने का भी काम करेंगे।
- सिक्का: यह विशेष सिक्का संघ के मूल उद्देश्यों और सिद्धांतों का प्रतीक है।
- डाक टिकट: डाक टिकट पर संघ के विचारों और उपलब्धियों का समावेश होगा।
इस कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत के युवा वर्ग को सामाजिक और सांस्कृतिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक करने की बात कही। उन्हें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि कैसे संघ ने भारतीय समाज को एकजुट करने के लिए कार्य किया है।
दशहरा समारोह और संघ की भविष्य की योजनाएं
इसके बाद 2 अक्टूबर को नागपुर में दशहरा के दिन संघ का शताब्दी वर्ष समारोह शुरू होगा। यह एक विशाल आयोजन होगा जिसमें संघ के विचारों और सिद्धांतों को समझने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
इस आयोजन में:
- विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम
- विचार-विमर्श सत्र
- युवाओं की भागीदारी
यह समारोह न केवल संघ के इतिहास को मान्यता देगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति के प्रति युवाओं को प्रेरित करने का भी माध्यम बनेगा।
संघ की योजनाएं भविष्य में किस तरह से आगे बढ़ेंगी, इसे लेकर युवा वर्ग में चर्चा और जिज्ञासा बढ़ रही है। यदि वे संघ की विचारधारा और सिद्धांतों को समझेंगे, तो वे अपने करियर में और सामाजिक जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकेंगे।
निष्कर्ष
संघ शताब्दी वर्ष के उद्घाटन के इस खास मौके पर मोदी जी का सिक्का और डाक टिकट जारी करना न सिर्फ एक ऐतिहासिक कदम है, बल्कि यह युवा पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा स्रोत भी बन सकता है। संघ का यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता और सामाजिक जिम्मेदारियों की ओर भी एक मजबूत कदम है। आशा है कि यह आयोजन भारत के हर युवा को प्रेरित करेगा कि वे अपनी संस्कृति और मूल्यों के प्रति जागरूक रहें।
भविष्य में संघ की योजनाओं और दृष्टिकोणों की तरफ ध्यान देने से युवाओं को एक नई दिशा मिलेगी और वे अपनी सामूहिक पहचान को मजबूत कर सकेंगे।