मथुरा से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एक मुस्लिम ऑटो-रिक्शा चालक इमरान ने कथित तौर पर 23 हिंदू लड़कियों को झूठी पहचान के जरिए प्रेमजाल में फंसाया। पुलिस ने बताया कि इमरान का लक्ष्य 50 लड़कियों को अपने जाल में फंसा लेना का था, और इस वारदात को अंजाम देने के लिए उसने चालाकी से छात्राओं को मुफ्त स्कूल कॉलेज छोड़ता था। इसके बाद वह धीरे-धीरे इन लड़कियों से संपर्क बढ़ाता था और उन्हें अपने प्रेमजाल में फंसाकर अश्लील फोटो व वीडियो बनाता था, जिसे बाद में ब्लैकमेलिंग के लिए इस्तेमाल करता था।
घटना का खुलासा
हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की। हिंदू संगठनों ने शिकायत दर्ज कराई, जिसमें बताया गया कि इमरान सोशल मीडिया पर हिंदू समुदाय के खिलाफ भड़काऊ पोस्ट भी डालता था। जांच में इमरान के फोन से कई सबूत मिले, जिसमें अश्लील वीडियो, चैट और ब्लैकमेलिंग का साक्ष्य शामिल है। पुलिस के अनुसार, कुछ पीड़ित लड़कियां नाबालिग भी हो सकती हैं, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
चालाकी से बनाया भरोसा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरान ने खुद को हिंदू के तौर पर पेश किया और छात्राओं को स्कूल तक मुफ्त में छोड़ने का लालच दिया। इस तरह उसने इन लड़कियों का भरोसा जीता और फिर उन्हें प्रेम संबंधों में उलझाया। इसके बाद वह उनके निजी पलों की रिकॉर्डिंग करता था और सोशल मीडिया पर इन फोटो-वीडियो को डालकर ब्लैकमेल करता था। इमरान ने दो साल में 23 लड़कियों को अपने जाल में फंसाया और उसने सोशल मीडिया पर लिखा कि उसकी उम्र जितनी नहीं है, उतनी गर्लफ्रेंड्स उसने बना लीं।
पुलिस कार्रवाई
हिंदू संगठनों की शिकायत और सबूतों के आधार पर पुलिस ने इमरान को गिरफ्तार कर लिया है और उसे जेल भेज दिया गया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि मामले की गहन जांच जारी है और पीड़ित लड़कियों की पहचान गोपनीय रखी जा रही है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित हो सके। साथ ही, इमरान के सोशल मीडिया अकाउंट्स की भी जांच हो रही है, जहां से उसके भड़काऊ पोस्ट्स का पता चला।
पुलिस आरोपी के मोबाइल को उसके खिलाफ इस्तेमाल करने की रणनीति बना चुकी है। इसके लिए मोबाइल से उसका पूरा इतिहास निकालने का प्रयास किया जा रहा है। आरोपी ने जिन पीड़िताओं के साथ गलत किया है, उनके घर जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए समझाया जाएगा। ताकि आरोपी युवक के खिलाफ मजबूत केस तैयार हो और वह जेल से बाहर न आ सके।