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दिल्ली के गोविंदपुरी में गरजा DDA का बुलडोजर, अवैध कब्जे जमींदोज

दिल्ली के गोविंदपुरी स्थित भूमिहीन कैंप में डीडीए (दिल्ली विकास प्राधिकरण) ने 11 जून 2025 की सुबह बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की। डीडीए की टीम ने भारी पुलिस और अर्धसैनिक बलों की मौजूदगी में करीब 1,200 झुग्गियों को गिराने का अभियान चलाया। इससे पहले डीडीए ने सभी निवासियों को 10 जून तक घर खाली करने का नोटिस जारी किया था, लेकिन बड़ी संख्या में लोग वहां से नहीं हटे, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। यह इलाका कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में आता है, जहां लंबे समय से प्रवासी मजदूर और निम्न आय वर्ग के लोग रह रहे थे।

इस कार्रवाई के पीछे डीडीए का तर्क है कि हाई कोर्ट ने 26 मई को 45 याचिकाकर्ताओं की याचिकाएं खारिज कर दी थीं, जिनके नाम सर्वे सूची में शामिल नहीं थे। डीडीए के मुताबिक, 1 जनवरी 2015 से पहले यहां बसे 1,862 परिवारों को पात्र मानते हुए कालकाजी एक्सटेंशन में EWS फ्लैट आवंटित कर दिए गए हैं। हालांकि, करीब 1,200 परिवार ऐसे थे जिन्होंने कोर्ट का रुख किया था, लेकिन हाई कोर्ट से राहत न मिलने के बाद उनके मकानों पर बुलडोजर चला।

इस दौरान स्थानीय लोगों में भारी नाराजगी देखी गई। आम आदमी पार्टी की विधायक और दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने मौके पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया और बीजेपी व मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि झुग्गीवासियों को उजाड़ना अमानवीय है और सरकार को गरीबों की बद्दुआ लगेगी। पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान आतिशी को हिरासत में भी लिया।

कई स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सर्वे प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं थी और पुनर्वास नीति का पूरी तरह पालन नहीं किया गया। कई लोगों के नाम पात्रता सूची में नहीं आए, क्योंकि वे सर्वे के समय काम पर थे या उनके दस्तावेज पूरे नहीं थे। कोर्ट में भी इस मुद्दे को उठाया गया, लेकिन न्यायालय ने डीडीए की कार्रवाई को सही ठहराया और कहा कि पुनर्वास के लिए पहले ही पर्याप्त प्रयास किए जा चुके हैं।

डीडीए का कहना है कि यह कार्रवाई सरकारी जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने और अन्य झुग्गी बस्तियों के लिए आवासीय परियोजनाओं को पूरा करने के लिए जरूरी थी। साथ ही, डीडीए ने बताया कि अब तक 1,862 पात्र परिवारों को EWS फ्लैट आवंटित किए जा चुके हैं और आगे भी पात्र लोगों को पुनर्वास का लाभ मिलेगा।

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