रामेश्वरम, तमिलनाडु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रामेश्वरम दौरा आगामी 6 अप्रैल को राम नवमी के पावन अवसर पर होने जा रहा है। यह यात्रा श्रीलंका में हाल ही में संपन्न हुई कूटनीतिक यात्रा के बाद की है, जिसमें दो पड़ोसी देशों के बीच सहयोग और संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की गई।
प्रधानमंत्री मोदी रामेश्वरम में स्थित प्रतिष्ठित श्री अरुलमिगु रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन करने वाले हैं। यह मंदिर हिंदू श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है और भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का केंद्र है, बल्कि यह क्षेत्र की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी दर्शाता है। मोदी का यह कदम यह संदेश देता है कि भारत में सांस्कृतिक संबंध और धार्मिक एकता हमेशा प्रमुख रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के रामेश्वरम दौरे का एक महत्वपूर्ण आकर्षण नया पम्बन रेल पुल का उद्घाटन भी है। इस पुल का निर्माण लगभग ₹535 करोड़ की लागत से किया गया है। यह भारत का पहला वर्टिकल लिफ्ट रेलवे सी ब्रिज है, जो रामेश्वरम द्वीप और मुख्य भूमि के बीच बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
नया पुल लगभग 2.5 किलोमीटर लंबा है और इसे तेज़ गति से चलने वाले ट्रेनों के लिए डिज़ाइन किया गया है। पुराने कैन्टिलिवर पुल को 1914 में बनाकर 2022 में संक्षारण के कारण से अवकाश दिया गया था, जिससे यह नया पुल भारतीय परिवहन नेटवर्क के लिए एक महत्वपूर्ण सुधार साबित हो रहा है।
यह पुल न केवल यात्रियों के लिए तीर्थयात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि माल परिवहन और लॉजिस्टिक संचालन में भी सुधार लाएगा। पुल के वर्टिकल लिफ्ट मेकैनिज्म के कारण बड़े जहाजों के लिए समुद्री मार्ग खुलेंगे, जिससे क्षेत्र में समुद्री यातायात को भी बढ़ावा मिलेगा।
इस यात्रा का राजनीतिक संदर्भ भी महत्वपूर्ण है। तमिलनाडु में हाल ही में राजनीतिक हलचल देखने को मिल रही है। राज्य विधानसभा चुनाव 2026 के पूर्व BJP-AIADMK गठबंधन को पुनर्जीवित करने की चर्चा हो रही है। जबकि 2023 में AIADMK ने BJP से मतभेद के कारण दूरी बना ली थी, हाल के दिनों में AIADMK के महासचिव एडप्पाडी के. पलानीस्वामी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच हुई बैठकें इस गठबंधन के पुनर्निर्माण की संभावनाओं पर संकेत दे रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा तमिलनाडु में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, सांस्कृतिक जुड़ाव और क्षेत्रीय राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए की जा रही है। यह कदम न केवल स्थानीय समुदाय के विकास में योगदान देगा, बल्कि राज्य में BJP के प्रति समर्थन को भी सुदृढ़ करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रामेश्वरम दौरा धार्मिक श्रद्धा और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकास का संयोजन प्रस्तुत करता है। श्रीलंका यात्रा के बाद यह कदम भारत-विदेश नीति के व्यापक परिदृश्य में महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध होगा। राम नवमी के अवसर पर यह यात्रा न केवल सांस्कृतिक धरोहर को सम्मानित करती है, बल्कि क्षेत्रीय कनेक्टिविटी और राजनीतिक सहयोग को भी नए आयाम प्रदान करेगी।
प्रधानमंत्री मोदी का रामेश्वरम दौरा: श्रीलंका यात्रा के बाद धार्मिक और इंफ्रास्ट्रक्चरल पहल पर जोर
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vsk-jodhpur
- 28 March 2025
- 9:14 am