संस्कृत भारती जोधपुर प्रान्त की 1 मार्च से 2 मार्च 2025 तक द्वि दिवसीय समीक्षा योजना गोष्ठी श्री जय ब्रज मधुकर अभय स्थानक महामन्दिर जोधपुर में सम्पन्न हुई। जिसमें विगत वर्ष की समीक्षा तथा आगामी वर्ष की योजना पर चर्चा हुई।
इस गोष्ठी में अखिल भारतीय सह संगठन मन्त्री दत्तात्रेय वज्रहलि ने कहा कि संस्कृत भाषा पुनरुत्थान के लिए यह स्वर्णिम काल है। अतः बाल, युवा और वरिष्ठ जनों को संस्कृत भाषा सिखाने के लिए अधिकाधिक सम्भाषणशिविरों, श्लोकपाठन केन्द्रों, बालकेन्द्रों तथा गीताशिक्षणकेन्द्रो का आयोजन करना है। तथा पत्राचार द्वारा संस्कृत योजना और सरल संस्कृत परीक्षा के लिए नियमित कक्षाओं का आयोजन करना है।

राजस्थान क्षेत्र संगठन मंत्री कमल शर्मा ने कहा कि प्रत्येक जनपद में कार्यकर्ताओ की सक्रियता पर ध्यान केन्द्रित करना है।
क्षेत्र संयोजक डॉ. तग सिंह राजपुरोहित ने कहा कि आधुनिक युग की विकृतियों से युवापीढ़ी को बचाने के लिए संस्कृतभाषा का अध्ययन नितान्त अनिवार्य है।
जोधपुर प्रान्त मन्त्री लीलाधर शर्मा ने कहा कि कार्यकर्ताओं के विकास हेतु इस वर्ष हमें साप्ताहिक मेलन केन्द्रों पर अवधान करना है।
जोधपुर प्रान्त अध्यक्ष तुलसीदास शर्मा ने प्रान्त तथा विभाग कार्यकारिणी के लिए नवीन दायित्वों की घोषणा की। तथा सभी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया।
इस समीक्षा योजना गोष्ठी में पाबूराम बिश्नोई, महेश दाधीच ,सवाई सिंह राजपुरोहित ताराचन्द रेपस्वाल ,लक्ष्मण सिंह गहलोत, श्रवण विश्नोई, आशा कंवर, अन्नु व्यास,डॉ. दीपमाला गहलोत , सुरेखा ओझा, हरिशंकर सारस्वत, डॉ. लीलाधर कुमावत,, सुधीरनाथ ,प्रो. सुनील मेहता, डॉ. क्षेमेन्द्र माथुर, अम्बालाल जोशी, कैलाश सुथार,मूलाराम विश्नोई , वीरेन्द्र मोहन, मगाराम, रामदयाल आर्य, तुलसीराम शर्मा,भीकाराम, आदि ने संस्कृत भाषा उन्न्यन तथा कार्य विस्तार के लिए मन्थन किया।