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विजयदशमी उत्सव की खबरे जोधपुर प्रान्त से

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विजयदशमी उत्सव की खबरे जोधपुर  प्रान्त से 


 जैसलमेर नगर ने स्थापना दिवस पर शस्त्र पूजा के साथ मनाई विजयदशमी

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जैसलमेर।  राष्ट्रीय
स्वयंसेवक संघ जैसलमेर नगर की ओर से आदर्श विद्या मंदिर गांधी कॉलोनी में
स्थापना दिवस पर शस्त्र पूज कर  विजयादशमी उत्सव मनाया गया।  कार्यक्रम
संघ के विभाग संघचालक दाऊलाल शर्मा जिला संघचालक त्रिलोक चन्द्र खत्री व
नगर संघचालक  पुराराम के सानिध्य में सम्पन्न हुआ ।
कार्यक्रम
के मुख्य वक्ता राजस्थान क्षेत्र के सहक्षेत्र प्रचारक निम्बाराम के
सानिध्य में आयोजित कार्यक्रम में शहरभर से स्वयंसेवक मौजूद थे।
कार्यक्रम में ध्वजारोहण के बाद शस्त्र पूजन किया गया । इस मौके पर स्वयंसेवकों ने दण्ड एवं समता संचलन का प्रदर्शन किया।
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निम्बाराम जी ने अपने उध्बोधन में कहा कि वर्ष 1925 में संघ के गठन के बाद से ही संघ विजयदशमी को अपने स्थापना दिवस
के तौर पर मनाता आ रहा है | आज संघ अपनी स्थापना के गौरवशाली 93वर्ष पूर्ण
कर रहा है ।संघ विजय की ओर बढ़ता जा रहा है । संघ जब से शुरू हुआ तब से आज तक एक ही ध्येय के साथ कार्य कर रहा है । स्वयंसेवक
एकत्रीकरण पर संघ के कार्यों की चर्चा की जाती है । नए स्वयंसेवकों को यह
ज्ञात रहना चाहिए कि संघ को खड़ा करने के लिए किन लोगों ने प्रयास किये हैं ।
सभी स्वयंसेवकों को डॉ. हेडगेवार जी के जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए ।

निम्बाराम जी ने कहा कि स्वतंत्रता
के आंदोलन को लेकर संघ के योगदान पर प्रश्न खड़े होते हैं पर हमें डॉ.
हेडगेवार जी के जीवन में देखना चाहिए कि डॉ. जी गांधी जी के साथ अग्रिम
पंक्ति में खड़े थे । उस
समय देश मे राष्ट्रीयता के विषय को लेकर कोई स्पष्टता नही थी। तब 27
सितम्बर 1925 को डॉ. जी ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर संघ की स्थापना
की । विजयदशमी विजय का उत्सव है, उसी दिन डॉ. हेडगेवार जी ने एक संघठन
तैयार करने का निर्णय लिया उसके पश्चात कुछ विद्यार्थियों एवं तरुणों को
लेकर मोहितों के बाड़े में शाखा लगाई । जाति,पंथ, भाषा एवं भौगोलिक विविधता के देश को एक माला में पिरोने हेतु संघ कार्य कर रहा है ।
निम्बाराम जी ने मार्गदर्शन देते हुए कहा कि संघ
की शाखा मनुष्य निर्माण का केंद्र है । आज पर्सनेलिटी डेवलोपमेन्ट के
केंद्र चलाये जा रहे हैं । परंतु संघ स्थान पर निरन्तर व्यक्ति निर्माण
किया जा रहा है ।डॉ
जी ने अपने अंतिम बौद्धिक में कहा कि मैं आज लघु भारत को देख रहा हूँ । डॉ
जी ने कहा कि जीवन मे कभी ये कहने का अवसर न मिले कि मैं संघ का स्वयंसेवक
था । संघ सिर्फ शाखा चलाएगा एवं उन शाखाओं में तैयार संघ के स्वयंसेवक समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं ।डॉ जी ने कहा मैं अपने इस हिन्दू समाज को संगठित संस्कारित समरस निर्दोष बनाना चाहता हूं ।
समाज
संघ पर विश्वास करता है क्योंकि संघ की कथनी करनी में फर्क नहीं है । संघ
की इतनी लंबी यात्रा में भी संघ बिना परिवर्तन के एक ध्येय के साथ कार्य कर
रहा है । स्वयंसेवकों द्वारा समाज मे स्वास्थ्य एवं स्वच्छता की दृष्टि से
भी निरन्तर जागरूकता फैलाई जा रही है ।
सामान्य
से दिखने वाले स्वयंसेवक समाजोत्थान के बहुत बड़े बड़े कार्य कर लेते हैं । 
निम्बाराम जी ने आगे कहा कि संघ पर प्रतिबंध काल के संस्मरण सुनाते हुए वरिष्ठ स्वयंसेवक कहते हैं चुनोतियों को स्वीकारने में ही मज़ा है । शाखा
समाज की आवश्यकता है । शाखा से समाज परिवर्तन का लाभ मिले । शाखाओं में
समरसता, कुटुंब प्रबोधन, सम्पर्क, गौ संवर्धन एवं सेवा बस्तियों में सेवा
कार्य किये जा रहे हैं । स्वयंसेवको को अभिरुचि के हिसाब से समाज जीवन मे
सक्रिय करना है । संघ में नये स्वयंसेवको के जुड़ने की होड़ मची है परन्तु
पुराने स्वयंसेवको को भी अपने अनुभव के साथ विभिन्न संगठनों के साथ जोड़कर
कार्य करना है ।
संघ ने हिन्दू की
सात्विक शक्ति को जाग्रत किया है ।
हमारे पूर्वज जयम देयी बलम देयी का उद्घोष करते थे ।
बालोतरा नगर में  विजयादशमी उत्सव सम्पन्न
0?ui=2&ik=dc3fe96b5e&attid=018 अक्टूबर 18 . बालोतरा नगर में  विजयादशमी उत्सव मनाया गया. उत्सव पर बालोतरा नगर के
नगर संघचालक माननीय डॉक्टर घेवरराम जी भील, जिला कार्यवाह मेघा राम जी,
प्रांत गौ सेवा प्रमुख श्री श्याम सुंदर जी राठी,प्रचारक श्री  शिवकुमार जी
प्रांत के सामाजिक समरसता सह संयोजक, विभाग सामाजिक समरसता संयोजक श्री
निर्मल जी लुक्कड़ उपस्थित रहे। 
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कार्यक्रम में जोधपुर प्रान्त के प्रान्त प्रचारक योगेंद्र
जी का मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।  कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्रीमान पृथ्वीराज जी दवे
 सेवानिवृत्त उप निर्देशक रहे । वर्तमान में आप शांति निकेतन
विद्यालय में निदेशक है 
कार्यक्रम की शुरुआत शस्त्र पूजन से की गई । पूजन
के पश्चात अवतरण, काव्य गीत,सूर्य नमस्कार  शारीरिक के कार्यक्रम में  दंड
के प्रयोग भी हुए। 
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