मुंबई की लाइफलाइन मानी जाने वाली लोकल ट्रेन में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। ठाणे जिले के दिवा और कोपर रेलवे स्टेशनों के बीच सुबह 9:20-9:30 बजे के करीब दो भीड़भाड़ वाली लोकल ट्रेनों के गुजरने के दौरान कम से कम 5 यात्रियों की मौत हो गई और 10 से ज्यादा घायल हो गए। हादसा उस वक्त हुआ जब कई यात्री दरवाजों पर लटककर सफर कर रहे थे और दोनों ट्रेनों के पास से गुजरते समय उनके बैग टकरा गए, जिससे संतुलन बिगड़ने पर यात्री पटरी पर गिर पड़े।
कैसे हुआ हादसा?
- दोनों ट्रेनें विपरीत दिशा में जा रही थीं—एक कसारा की ओर और दूसरी छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) की ओर।
- भीड़ के कारण कई यात्री दरवाजे पर लटककर यात्रा कर रहे थे।
- जैसे ही दोनों ट्रेनें पास से गुजरीं, यात्रियों के बैग टकरा गए और कई लोग ट्रैक पर गिर गए।
- घायलों को तुरंत कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल पहुंचाया गया, जहां 5 को मृत घोषित कर दिया गया। बाकी का इलाज जारी है।
प्रशासन की प्रतिक्रिया और सुरक्षा कदम
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने हादसे पर शोक जताया और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।
- रेलवे बोर्ड ने घोषणा की है कि अब मुंबई लोकल के सभी नए रैक में ऑटोमैटिक डोर क्लोजर लगाए जाएंगे और मौजूदा ट्रेनों को भी इसी तरह अपग्रेड किया जाएगा, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
- हादसे की जांच शुरू कर दी गई है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया
- हादसे के बाद मुंबई में लोकल ट्रेनों में भीड़भाड़ और सुरक्षा के सवाल फिर से चर्चा में हैं।
- विपक्ष ने सरकार की ओर से बार-बार किए गए वादों को खोखला बताया और यात्री सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाए हैं।