हर भारतीय के लिए यह गर्व और प्रसन्नता का क्षण है कि मराठा सैन्य धरोहर को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिल गई है। इन ‘Maratha Military Landscapes’ में 12 भव्य किले शामिल हैं, जिनमें 11 महाराष्ट्र में और 1 तमिलनाडु में स्थित है। यह किले न केवल मराठा साम्राज्य की सैन्य शक्ति और कुशल रणनीति के प्रतीक हैं, बल्कि अच्छे प्रशासन, सांस्कृतिक गौरव और सामाजिक कल्याण की भावना को भी दर्शाते हैं।
मराठा साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास में इन किलों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके उत्तराधिकारियों ने इन किलों के माध्यम से न केवल अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया, बल्कि प्रजावत्सलता, धर्मनिरपेक्षता और समाज कल्याण के अद्भुत उदाहरण भी प्रस्तुत किए। इन किलों की वास्तुकला, उनकी रणनीतिक स्थिति और उनसे जुड़ी ऐतिहासिक घटनाएं आज भी हर भारतीय को प्रेरित करती हैं।
इन किलों को अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलने से भारत की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को नया आयाम मिला है। यह न केवल महाराष्ट्र या तमिलनाडु, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। मराठा साम्राज्य का इतिहास हमें सिखाता है कि अन्याय के सामने कभी झुकना नहीं चाहिए और समाज के कल्याण के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
आज जब इन किलों को वैश्विक मंच पर सम्मान मिला है, तो यह हर भारतीय के लिए अपने इतिहास को जानने और समझने का एक सुनहरा अवसर है। मैं सभी देशवासियों से आह्वान करता हूं कि वे इन ऐतिहासिक किलों की यात्रा करें, मराठा साम्राज्य की गौरवगाथा को करीब से जानें और अपनी आने वाली पीढ़ियों को भी इस धरोहर की महत्ता से परिचित कराएं।
मराठा सैन्य धरोहर न केवल भारत की सैन्य और सांस्कृतिक शक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी अस्मिता, एकता और गौरव का भी परिचायक है। आइए, हम सब मिलकर इस धरोहर का सम्मान करें और इसे विश्व पटल पर और ऊंचाइयों तक ले जाएं।
Every Indian is elated with this recognition.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 12, 2025
These ‘Maratha Military Landscapes’ include 12 majestic forts, 11 of which are in Maharashtra and 1 is in Tamil Nadu.
When we speak of the glorious Maratha Empire, we associate it with good governance, military strength, cultural… https://t.co/J7LEiOAZqy