



भारत ने अफगानिस्तान को मानवीय सहायता के तहत 4.8 टन टीकों की एक खेप दान की है। इस खेप में रेबीज, टेटनस, हेपेटाइटिस बी और इंफ्लूएंजा से बचाव के टीके शामिल हैं। अफगानिस्तान के सार्वजनिक स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस सहायता के लिए भारत का आभार जताया और कहा कि यह दान जीवन रक्षक साबित हो सकता है, विशेष रूप से ऐसे समय में जब देश आवश्यक चिकित्सीय संसाधनों की भारी कमी से जूझ रहा है, जो लंबे समय से जारी अस्थिरता और आर्थिक चुनौतियों का परिणाम है।
यह टीका सहायता भारत की उस व्यापक मानवीय सहायता श्रृंखला का हिस्सा है, जिसके तहत भारत ने हाल के वर्षों में अफगानिस्तान को गेहूं, दवाइयाँ, भूकंप राहत सामग्री, पोलियो की खुराकें, COVID-19 टीके, साफ-सफाई किट, सर्दियों के कपड़े और शैक्षणिक सामग्री भेजी है।
भारत की यह सतत सहायता अफगानिस्तान के साथ उसके ऐतिहासिक संबंधों और जनसंपर्क की मजबूती को दर्शाती है। भारत ने यह भी संकेत दिया है कि वह मानवीय सहायता के साथ-साथ विकास परियोजनाओं में भी आगे सहयोग करता रहेगा।