प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह कार्यक्रम स्मृति मंदिर, नागपुर में आयोजित किया गया, जहां प्रधानमंत्री ने पुष्पांजलि अर्पित की। इस मौके पर आरएसएस प्रमुख डॉ. मोहन भागवत भी उपस्थित रहे। यह पहली बार है जब कोई वर्तमान प्रधानमंत्री आरएसएस मुख्यालय पहुंचा और संगठन के संस्थापक को श्रद्धांजलि दी।
यह दौरा गुड़ी पड़वा और आरएसएस के शताब्दी वर्ष के विशेष अवसर पर हुआ, जिससे इसका महत्व और बढ़ गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर आरएसएस के राष्ट्र निर्माण और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने सदैव भारत की एकता और अखंडता को मजबूत करने का कार्य किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर में आरएसएस के स्मृति मंदिर में आरएसएस संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद आगंतुक पुस्तिका में लिखा:
“मैं पूज्य डॉ. हेडगेवार जी और पूज्य गुरुजी को अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूँ। इस स्मृति मंदिर में आकर, जो उनकी स्मृतियों को संजोए हुए है, मेरे हृदय में गहरी श्रद्धा उत्पन्न होती है। भारतीय संस्कृति, राष्ट्रभक्ति और सेवा के संकल्प को समर्पित ये स्मृतियाँ हमें संघ सेवा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। संघ की यह विरासत, इन स्मृतियों में संजोई गई ऊर्जा, लाखों समर्पित स्वयंसेवकों के लिए राष्ट्र सेवा की प्रेरणा बनी हुई है।
हमारे प्रयास माँ भारती की गौरव-गाथा को सदा-सर्वदा बढ़ाते रहें!”

प्रधानमंत्री मोदी दीक्षाभूमि भी पहुंचे, जहां उन्होंने भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्थान बौद्ध धर्म अपनाने के ऐतिहासिक क्षण से जुड़ा हुआ है और सामाजिक न्याय तथा समानता का प्रतीक माना जाता है।
नागपुर दौरे के दौरान प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे, जिनमें मेट्रो रेल परियोजना, स्मार्ट सिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और नागपुर से छत्तीसगढ़ तक कनेक्टिविटी सुधारने वाले हाईवे प्रोजेक्ट शामिल हैं।