नई दिल्ली, 28 मार्च 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने म्यांमार और थाईलैंड में आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप पर गहरी चिंता व्यक्त की और दोनों देशों के प्रति एकजुटता दिखाई।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“म्यांमार और थाईलैंड में भूकंप के बाद की स्थिति को लेकर चिंतित हूं। सभी की सुरक्षा और कुशलता के लिए प्रार्थना करता हूं। भारत हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है।”

प्रधानमंत्री ने विदेश मंत्रालय (MEA) को निर्देश दिया कि वह म्यांमार और थाईलैंड के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में रहे और सहायता की संभावनाओं का आकलन करे। भारत की आपदा राहत टीमों (NDRF) और चिकित्सा विशेषज्ञों को अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित सहायता भेजी जा सके।
INS Airavat और C-17 ग्लोबमास्टर जैसे राहत परिवहन संसाधनों को तैयार किया गया है ताकि सहायता सामग्री और राहत कर्मियों को प्रभावित क्षेत्रों तक भेजा जा सके।
बैंकॉक, थाईलैंड में एक 30 मंजिला निर्माणाधीन इमारत गिरने से 43 से अधिक श्रमिक फंसे हुए हैं और कई मौतों की पुष्टि हुई है। म्यांमार के नेपीतॉ और मंडाले में भारी क्षति की खबरें हैं, और बचाव कार्य जारी हैं। भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में भी हल्के झटके महसूस किए गए, हालांकि वहां कोई बड़ी क्षति की सूचना नहीं है।
भारत म्यांमार और थाईलैंड के राहत एवं बचाव कार्यों में मदद के लिए तैयार है। भारतीय दूतावासों को प्रभावित क्षेत्रों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की इस त्वरित प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि भारत अपने पड़ोसी देशों के संकट के समय उनके साथ खड़ा है और हर संभव सहायता देने को तत्पर है।