यह जो देश के अंदर बैठे कुछ लोग खुलेआम पाकिस्तान या दुश्मन के समर्थन में खड़े हो जाते हैं, यही असली “0.5 फ्रंट वॉर” है, जैसा जनरल बिपिन रावत ने चेतावनी दी थी। बाहर से पाकिस्तान-चीन जैसी ताकतें हमला करें और अंदर से अपने ही लोग देश की जड़ें काटें-इससे बड़ा गद्दारी का खेल और क्या हो सकता है? ये लोग न तो देश के दोस्त हैं, न ही इंसानियत के। जब सेना सीमा पर लड़ रही हो, तब भीतर से देश को खोखला करने वालों पर भी उतनी ही सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, जितनी दुश्मन पर होती है। यही असली गंदा युद्ध है-0.5 फ्रंट-जो देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
SHOCKING!!!
— IndiaWarMonitor (@IndiaWarMonitor) May 14, 2025
CPI (WB) is protesting against the Indian government on the Indus Water Treaty
Ek operation Sindoor desh ke ander bhi hona chahiye ab. pic.twitter.com/Wu8BXQ7rX4
CPI(M) और CPI-ML सहित वामपंथी दलों ने केंद्र सरकार द्वारा इन्डस वाटर्स ट्रीटी (Indus Waters Treaty) को निलंबित करने के फैसले का विरोध किया है।
पश्चिम बंगाल में CPI(M) ने खुलेआम पाकिस्तान के पक्ष में और भारत सरकार के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। CPI-ML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा कि ट्रीटी को निलंबित करने से आम नागरिकों को नुकसान होगा, जबकि आतंकवादियों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने इसे “प्रतिकारात्मक नीति” करार दिया और कहा कि असली समस्या आतंकवाद है, न कि पानी रोकना। भट्टाचार्य ने कहा, “पानी रोकने से पाकिस्तान की बड़ी आबादी प्रभावित होगी, न कि वे आतंकी ताकतें जिनसे हम लड़ना चाहते हैं।”