बलिया, 28 मार्च 2025 – भारत को ऊर्जा क्षेत्र में एक बड़ी सफलता मिली है। उत्तर प्रदेश के बलिया जिले के सागरपाली गांव के पास एक विशाल कच्चे तेल का भंडार खोजा गया है। तेल और प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) ने तीन महीने की गहन खोज के बाद इस महत्वपूर्ण खोज की पुष्टि की है। यह भंडार गंगा बेसिन में 3,000 मीटर की गहराई पर स्थित है।
यह तेल भंडार स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के परिवार की भूमि पर स्थित है।ONGC ने तीन साल के लिए 6.5 एकड़ भूमि का पट्टा लिया है, जिसके बदले पांडेय परिवार को सालाना ₹10 लाख किराए के रूप में दिए जाएंगे।
खुदाई कार्य तेजी से शुरू हो चुका है और इसे सुचारू रूप से संचालित करने के लिए प्रतिदिन 25,000 लीटर पानी की आवश्यकता होगी। पहले चरण की खुदाई अप्रैल 2025 के अंत तक पूरी होने की उम्मीद है।
यदि यह भंडार व्यावसायिक रूप से लाभदायक साबित होता है, तो ONGC इस क्षेत्र में अतिरिक्त कुएं खोदने की योजना बना रहा है। यह तेल 300 किमी के दायरे में फैले कच्चे तेल बेल्ट का हिस्सा हो सकता है, जो बलिया के सागरपाली से लेकर प्रयागराज के फाफामऊ तक फैला है।
इस खोज से स्थानीय किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
इस खोज से भारत को घरेलू तेल उत्पादन को बढ़ाने में मदद मिलेगी, जिससे कच्चे तेल के आयात पर निर्भरता कम होगी।
ONGC इस क्षेत्र को भारत के प्रमुख तेल उत्पादन केंद्रों में बदलने के लिए दीर्घकालिक योजनाओं पर काम कर रहा है।
स्वतंत्रता सेनानी चित्तू पांडेय के वंशज नील पांडेय ने इसे बलिया के लिए ऐतिहासिक अवसर बताया। उन्होंने कहा कि यह खोज स्थानीय अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में मदद करेगी।
केंद्र और राज्य सरकारें भी तेल उत्पादन बढ़ाने और इस खोज से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही हैं। यह खोज न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत के लिए एक महत्वपूर्ण ऊर्जा संसाधन साबित हो सकती है। यदि यह भंडार बड़े पैमाने पर व्यावसायिक उत्पादन के लिए अनुकूल पाया जाता है, तो यह क्षेत्र भारत के ऊर्जा आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को प्राप्त करने में एक बड़ा योगदान देगा।
उत्तर प्रदेश के बलिया में मिला बड़ा कच्चे तेल का भंडार, भारत की ऊर्जा आत्मनिर्भरता को मिलेगी मजबूती
-
vsk-jodhpur
- 28 March 2025
- 5:47 pm