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इज़राइल का ईरान पर प्रीएम्प्टिव स्ट्राइक: तेहरान में धमाके, क्षेत्र में तनाव चरम पर

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रात की अंधकार में इज़राइल ने ईरान के कई परमाणु और सैन्य ठिकानों पर विशाल पैमाने पर हवाई हमले किए हैं। इस हमले की पुष्टि इज़राइली रक्षा मंत्रालय ने की है और यह बताया है कि इसका लक्ष्य ईरान के परमाणु हथियार बनाने के करमानों को दबा देना है। तेहरान के उत्तर-पूर्वी हिस्से में शक्तिशाली धमाके सुने गए, जिनकी ध्वनि राजधानी के कई इलाकों में फैली। ईरानी सरकारी मीडिया ने भी इन धमाकों की पुष्टि की है और यह बताया है कि तेहरान के प्रमुख हवाई अड्डे, इमाम खुमैनी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी ऑपरेशन अभी स्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं।

इज़राइल के रक्षा मंत्री इस्राएल काट्ज़ ने देश में “विशेष आपातकालीन स्थिति” कर दी है और मिसाइल तथा ड्रोन हमलों की आशंका जाहिर की है। इस दौरान इज़राइल में सायरन बजाए गए, जो सावधानी के तौर पर बजे थे। इज़राइली सेना ने कहा है कि यह हमला “प्रीएम्प्टिव, सटीक और समन्वित” था और इसमें देश के कई परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाने पर रखा गया। इज़राइल का कहना है कि ईरान के पास इतने संसाधन हैं कि वह कुछ ही दिनों में 15 परमाणु बम बना सकता है।



अमेरिका ने स्पष्ट किया है कि इस हमले में उसकी कोई भागीदारी नहीं है और उसने अपने सैनिकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। व्हाइट हाउस ने कहा कि इज़राइल ने उन्हें इस कार्रवाई के बारे में सूचित किया है और इसे अपनी सुरक्षा के लिए आवश्यक माना है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह अमेरिकी हितों या कर्मियों को निशाना न बनाए।

इस हमले के बाद वैश्विक बाजारों में भी फिजा हो गई है। कच्चे तेल की कीमतों में पांच प्रतिशत की वृद्धि हुई है जबकि अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट आई है। इस दौरान, ईरान की ओर भी जवाबी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है, जिससे क्षेत्रीय तनाव और बढ़ सकता है।



विश्लेषकों का यह मानना है कि यह हमला इज़राइल के द्वारा एक बड़ा सैन्य अभियान है, जिसका उद्देश्य ईरान के परमाणु कार्यक्रम को पूरी तरह से नष्ट करना है। इज़राइल ने इस ऑपरेशन का नाम “राइजिंग लायन” रखा है और प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि यह अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता।

Tehran के हमलों में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर हुसैन सलामी का निधन की भी खबरें आई हैं, जैसे कि ईरानी सेना के अधिकांश कमांडर मेजर जनरल मोहम्मद बघेरी भी मारे जाने की संभावना जताई जा रही है।

यह हमला उन समय में आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच ओमान में परमाणु वार्ता का छठा दौर होना था, जो अभी तक ठप हो गया है।

ईरान में मौजूदा हालात को देखते हुए तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने वहां रह रहे सभी भारतीय नागरिकों और भारतीय मूल के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है। दूतावास ने कहा है कि ईरान में रहने वाले सभी भारतीय नागरिक सतर्क रहें, अनावश्यक आवाजाही से बचें और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।

दूतावास ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को फॉलो करने और किसी भी आपातकालीन सूचना या दिशा-निर्देश के लिए अपडेट्स पर नजर रखने की सलाह दी है। एडवाइजरी में स्पष्ट कहा गया है कि मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए अपनी सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दें और जब तक स्थिति सामान्य न हो, तब तक भीड़-भाड़ वाले इलाकों या अनावश्यक यात्रा से दूर रहें।

दूतावास ने यह भी अपील की है कि अगर किसी को किसी प्रकार की सहायता या आपातकालीन मदद की आवश्यकता हो, तो वे तुरंत दूतावास से संपर्क करें। भारतीय दूतावास लगातार हालात पर नजर बनाए हुए है और समय-समय पर नई जानकारी साझा करता रहेगा।

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