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अमेज़न और फ्लिपकार्ट के गोदामों पर BIS का छापा, हजारों घटिया उत्पाद जब्त

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नई दिल्ली, 28 मार्च 2025 – भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर बिक रहे नकली और घटिया उत्पादों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए अमेज़न और फ्लिपकार्ट के दिल्ली स्थित गोदामों पर छापेमारी की। इस दौरान अधिकारियों ने हजारों गैर-मानक सामान जब्त किए, जिससे ऑनलाइन बेचे जा रहे उत्पादों की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं।

छापेमारी की प्रमुख बातें:

अमेज़न के गोदाम पर छापा:

15 घंटे तक चले ऑपरेशन में अधिकारियों ने 3,500 से अधिक इलेक्ट्रॉनिक आइटम जब्त किए, जिनमें गीजर और फूड मिक्सर शामिल थे। इन उत्पादों पर या तो ISI मार्क नहीं था या फर्जी लेबल लगे हुए थे। जब्त किए गए सामान की कुल कीमत ₹70 लाख आंकी गई है।

फ्लिपकार्ट के गोदाम पर छापा :

इंस्टाकार्ट सर्विसेज, जो फ्लिपकार्ट की एक सहायक कंपनी है, वहां 590 जोड़ी स्पोर्ट्स शूज़ जब्त किए गए। इन जूतों पर निर्माण की सही जानकारी नहीं दी गई थी, जिससे उनकी गुणवत्ता और प्रमाणिकता पर सवाल उठे। जब्त किए गए जूतों की कुल कीमत ₹6 लाख आंकी गई है।

छापेमारी क्यों महत्वपूर्ण है?

ISI मार्क यह सुनिश्चित करता है कि कोई भी उत्पाद भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा तय किए गए गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरा उतरता है। गैर-मानक और नकली उत्पाद खासतौर पर इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में गंभीर दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं, जैसे आग लगना या शॉर्ट सर्किट। ई-कॉमर्स कंपनियों पर ऐसे घटिया उत्पादों की बिक्री से उपभोक्ताओं की सुरक्षा को बड़ा खतरा हो सकता है।

ई-कॉमर्स कंपनियों की प्रतिक्रिया

अमेज़न और फ्लिपकार्ट ने BIS के साथ सहयोग करने की बात कही है और आश्वासन दिया है कि वे भारतीय मानकों के अनुरूप ही उत्पादों की बिक्री सुनिश्चित करेंगे। दोनों कंपनियों ने कहा है कि वे अपने विक्रेता सत्यापन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रक्रियाओं को और मजबूत करेंगे, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

BIS की सख्त कार्रवाई जारी

BIS पूरे देश में गुणवत्ता मानकों को लागू कराने के लिए बड़े पैमाने पर छापेमारी कर रहा है। इससे पहले भी विभिन्न राज्यों में गैर-मानक उत्पादों की जब्ती की गई है, जिससे यह साफ होता है कि ई-कॉमर्स कंपनियों के विक्रेताओं द्वारा नियमों की अनदेखी की जा रही है।

विक्रेताओं पर कड़ी कार्रवाई हो सकती है, जो BIS नियमों का उल्लंघन करते पाए जाएंगे। उपभोक्ताओं को जागरूक किया जाएगा, ताकि वे ऑनलाइन सामान खरीदते समय ISI मार्क की जांच करें। ई-कॉमर्स कंपनियों को अपने प्लेटफॉर्म पर बेचे जाने वाले उत्पादों की गुणवत्ता पर सख्त निगरानी रखनी होगी।

यह छापेमारी ई-कॉमर्स कंपनियों और विक्रेताओं के लिए एक चेतावनी है कि भारत में अब घटिया और नकली उत्पादों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

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