1. सुरक्षा समीक्षा और आतंकवाद पर प्रहार
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार के निरंतर प्रयासों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद का ढांचा बुरी तरह कमजोर हुआ है।
- उन्होंने सीमा पार से होने वाली घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय पर बल दिया।
- शाह ने कहा कि देशविरोधी ताकतों द्वारा पोषित ‘आतंकवाद के इकोसिस्टम’ को जड़ से खत्म किया गया है।
2. अमरनाथ यात्रा की तैयारियाँ
- अमित शाह ने यूनिफाइड हेडक्वार्टर्स की अध्यक्षता में बैठक की, जिसमें अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा की समीक्षा की गई।
- बैठक में सभी शीर्ष सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी उपस्थित रहे, जिन्होंने कड़ी और चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के उपायों पर चर्चा की।
3. विकास परियोजनाओं की समीक्षा
- शाह ने जम्मू-कश्मीर में चल रही विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की।
- उन्होंने कहा कि मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर को एक विकसित और समृद्ध राज्य बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
- उन्होंने हर क्षेत्र में विकास की गति तेज करने के निर्देश दिए।
4. राजनीतिक वार्ताएँ और स्थानीय नेतृत्व से संवाद
- शाह ने जम्मू में बीजेपी और आरएसएस के नेताओं से मुलाकात की और सरकार के कार्यों एवं विपक्ष की भूमिका पर चर्चा की।
- उन्होंने तीन पूर्व अलगाववादी नेताओं द्वारा हुर्रियत से दूरी बनाए जाने के फैसले का स्वागत किया।
5. शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों से मुलाकात
- अमित शाह ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों से मुलाकात की और संवेदनशील आधार पर परिवार के सदस्यों को नियुक्ति पत्र सौंपे।
- उन्होंने राज्यपाल मनोज सिन्हा और मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से मुलाकात कर विकास और सुरक्षा संबंधी मुद्दों पर चर्चा की।
अमित शाह की यह यात्रा जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा और विकास को लेकर केंद्र सरकार की दोहरी रणनीति को दर्शाती है। यह दौरा आतंकवाद पर प्रहार के साथ-साथ जनकल्याण और विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।