सरकार ने 3 जुलाई से 9 अगस्त तक चलने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए, इस बार सुरक्षा को और भी सख्त कर दिया गया है।
🔒 प्रमुख सुरक्षा उपाय:
1. 581 CAPF कंपनियाँ तैनात:
करीब 58,000 केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) के जवान जम्मू-कश्मीर में विभिन्न स्थानों पर तैनात किए जा रहे हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा तैनाती में से एक है।
2. ड्रोन और CCTV से निगरानी:
हाईवे (NH-44) और यात्रा मार्ग पर उच्च तकनीक वाले ड्रोन और CCTV कैमरे लगातार निगरानी करेंगे। इन ड्रोन में IED (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) को निष्क्रिय करने वाले जैमर भी लगे होंगे।
3. K9 यूनिट्स (डॉग स्क्वॉड):
विशेष प्रशिक्षित कुत्तों की टीमें बेस कैंप और यात्रा मार्गों पर तैनात रहेंगी, जो विस्फोटक सामग्री को सूंघकर पहचान सकती हैं।
4. बम निरोधक दस्ते:
IED जैसी आतंकी साजिशों से निपटने के लिए बम स्क्वॉड भी हमेशा अलर्ट पर रहेगा।
5. तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था:
भारतीय सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और CAPF के बीच त्रिस्तरीय सुरक्षा ढांचा बनाया गया है। इसमें क्वाडकॉप्टर, नाइट विजन डिवाइस, एंटी-ड्रोन टीम और बम स्क्वॉड शामिल हैं।
6. बुनियादी ढांचे में सुधार:
यात्रा मार्गों को चौड़ा किया गया है, हाथ पकड़ने की रेलिंग, पत्थर गिरने से बचाने के लिए हेलमेट, और आपातकालीन मेडिकल सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। साथ ही, माउंटेन रेस्क्यू टीम्स और एक आधुनिक अस्पताल भी स्थापित किया गया है।
अमरनाथ यात्रा के लिए ‘फुल-स्पेक्ट्रम सुरक्षा कवच’: 581 CAPF यूनिट्स, जैमर, ड्रोन, K9 यूनिट्स तैनात
- vskjodhpur
- June 5, 2025
- 6:52 pm

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