आज शक्ति और भक्ति की धरा, जन-जन के आराध्या लोकदेवता बाबा रामदेवजी की कर्मस्थली रामदेवरा में राजस्थान के मुख्यमन्त्री माननीय भजनलाल जी शर्मा, देश के कोने-कोने से पधारे गणमान्य नागरिकों व सर्व समाज की उपस्थिति के बीच नेत्र स्वास्थ्य सेवा के महायज्ञ लोकदेवता बाबा रामदेव नेत्रकुम्भ 2025 का भव्य शुभारम्भ हुआ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में माननीय मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने नेत्र जाँच शिविर के लिए स्थापित अस्थायी अस्पताल व चश्मा घर का उद्घाटन किया जहॉं उन्होंने रोगी के बाह्य रोग विभाग में आगमन से लेकर, टेक्नीशियन द्वारा आँखों के नम्बर की जाँच, तत्पश्चात नेत्र चिकित्सक द्वारा परामर्श व अंत मे उनके नम्बर के आधार पर चश्मे के निर्माण की प्रक्रिया अपनी पर्ची कटवाकर स्वयं करवाई। इस सुव्यवस्थित व उच्च श्रेणी की त्रुटिहीन, श्रेष्ठ प्रक्रिया ने सभी को प्रभावित किया।

तत्पश्चात सभी अतिथियों ने सभागार में देवचित्रों के समक्ष इस पुनीत कार्य के घोषित लक्ष्यों को पूर्ण करने के लिये दीप प्रज्वलन कर प्रार्थना की।
सर्वप्रथम अपने सम्बोधन में सक्षम संस्था के उद्वेश्य को समर्पित हैदराबाद से पधारी ममतामयी मातृशक्ति श्रीमती भगवती महेश बलदवा ने कार्यक्रम की सेवा भूमिका स्थापित की व हमारा समाज रोगमुक्त हो उसके लिए सम्पूर्ण समाज को आगे आकर तन, मन व धन से सभी भेदभाव भुलाकर नेत्रकुम्भ जैसे आयोजन में उल्लेखनीय भूमिका निभाने की जरूरत बताई ताकि नेत्ररोग मुक्त सशक्त भारत का निर्माण हो।

कार्यक्रम के स्वागताध्यक्ष पोकरण के लोकप्रिय विधायक माननीय प्रतापपुरी जी ने सभी पधारे अतिथियों, शिविर संचालन आए जुड़े कार्यकर्त्ताओं और उपस्थित जन समूह का स्वागत करते हुए कहा कि उन्हें अत्यन्त खुशी है कि पोकरण के रामदेवरा में ऐसा भव्य आयोजन हो रहा है। अन्त्योदय तक जाने वाले इस लाभकारी कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे ताकि प्रतिवर्ष ऐसा कार्यक्रम रामदेवरा में आयोजित हो।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री श्रीमान गजेन्द्रसिंह खींवसर ने अपने सम्बोधन मे प्रदेश की जनता के लिए सरकार द्वारा चलाये जा रहे निरामय राजस्थान मिशन के बारे में उपस्थित जनसमूह को बताया जिसमे प्रदेश को रोग मुक्त करने के लिए चलाई जा रही योजनाओं का एकीकृत संचालन होता है।
भीलवाड़ा से पधारे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य वरिष्ठ प्रचारक माननीय सुरेशचन्द्र जी ने कार्यकर्त्ताओं को कुशल संचालन के लिए प्रेरित किया व अधिक से अधिक जातरुओं की आँखों की जाँच हो और उनका रोग निवारण हो इसके लिए सभी कार्यकर्त्ता अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करें ऐसा आह्वान किया।
मुम्बई से पधारे मरूधरा के श्रेष्ठ उद्यमी श्री नरसी कुलरिया ने कहा कि वो इस भव्य नेत्रकुम्भ में सहयोग कर खुद को गौरवशाली महसूस कर रहे है। उन्होंने स्वयंसेवकों द्वारा की जा रही इस निःस्वार्थ सेवा के लिए सबको धन्यवाद किया।
कार्यक्रम में पधारे राजस्थान के क्षेत्र प्रचारक माननीय निम्बाराम जी ने कहा कि मरूधरा की धरती से उठे व्यवसायियों ने देश के प्रत्येक कोने में अपनी व्यवसायिक कौशल से प्राप्त सम्पदा को पुनः समाज के उत्थान के लिए उपयोग किया है जिससे सदियों तक हमारे समाज को लाभ प्राप्त हुआ है। इस महति आयोजन से समाज के अंतिम बिंदु पर बैठे मानवी को लाभ मिलेगा। उन्हें बहुत प्रसन्नता है कि इस आयोजन को सफल करने के लिए देश के प्रत्येक कोने से आये समाजबंधु अपना बढ़-चढ़कर योगदान दे रहे है।
सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री श्री चंद्रशेखर ने बताया कि नेत्रकुम्भ की संकल्पना 2019 में आयोजित प्रयागराज कुम्भ में रखी गयी। तब से लेकर अभी तक 488729 लोगों की नेत्र जाँच, 356947 रोगियों को निःशुल्क चश्मा व दवाएं वितरित की गई है। बाबा रामदेवजी की कृपा से व राज्य सरकार के सहयोग से इस नेत्र जाँच महाशिविर में 125000 लोगों की आँखों की जाँच, 100000 लोगों को निःशुल्क चश्मा ओर सर्जरी के लिए चयनित होंगे उनके भी ऑपरेशन निशुल्क होंगे।
सक्षम संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री दयालसिंह पंवार ने बताया कि इस स्वास्थ्य सेवा यज्ञ की अवधि 01 अगस्त से लेकर 02 सितम्बर 2025 रहेगी। 33 दिनों तक चलने वाले इस नेत्र महाजाँच शिविर में प्रतिदिन 20 नेत्ररोग चिकित्सक, जनरल फिजिशियन, आयुष चिकित्सक व होम्योपैथी चिकित्सक अपनी सेवाएं देने वाले है जिनको सहयोग देने के लिए 100 ऑप्टोमेट्रिस्ट व नर्सिंग सहायक तथा पूरे शिविर के सुचारू संचालन के लिए 500 से अधिक पूरे भारत से पधारे कार्यकर्त्ता अपना सहयोग दे रहे हैं।