Vishwa Samvad Kendra Jodhpur

TRANDING
TRANDING
TRANDING

Jane Street घोटाला: क्या है Jane Street, कैसे कमाए ₹36,500 करोड़, और क्यों मचा शेयर बाजार में हड़कंप

Facebook
Twitter
LinkedIn
Telegram
WhatsApp
Email

Jane Street एक अमेरिकी क्वांटिटेटिव ट्रेडिंग और हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग (HFT) फर्म है, जिसकी स्थापना 2000 में हुई थी। इसका मुख्यालय न्यूयॉर्क में है और यह दुनिया के 45 से अधिक देशों में ट्रेडिंग करती है। Jane Street का नाम वैश्विक वित्तीय बाजारों में सबसे गुप्त और प्रभावशाली ट्रेडिंग फर्मों में शुमार है। कंपनी का दावा है कि वह तकनीक, गणित और मशीन लर्निंग के जरिए बाजार में लिक्विडिटी और कीमतों की स्थिरता बनाए रखने में मदद करती है।

भारत में Jane Street ने अपनी सहायक कंपनियों JSI Investments और JSI2 Investments के जरिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के डेरिवेटिव्स बाजार में गहरी पैठ बनाई। कंपनी ने जनवरी 2023 से मार्च 2025 के बीच भारतीय बाजारों में ₹36,502 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया, जिसमें से अधिकांश कमाई बैंक निफ्टी (Bank Nifty) और निफ्टी इंडेक्स ऑप्शंस के जरिए हुई।

भारतीय बाजार नियामक SEBI की जांच में सामने आया कि Jane Street ने दो मुख्य रणनीतियों के जरिए बाजार में हेरफेर किया। पहली रणनीति थी इंट्राडे इंडेक्स मैनिपुलेशन, जिसमें कंपनी ने बैंक निफ्टी के कुछ प्रमुख स्टॉक्स को सुबह के सत्र में भारी मात्रा में खरीदा, जिससे इंडेक्स की कीमतें कृत्रिम रूप से ऊपर चली गईं। इसी दौरान कंपनी ने ऑप्शंस मार्केट में बड़े पैमाने पर शॉर्ट पोजिशन ली—महंगे प्रीमियम पर कॉल ऑप्शन बेचे और सस्ते में पुट ऑप्शन खरीदे। दिन के अंत में, कंपनी ने वही स्टॉक्स बेच दिए, जिससे इंडेक्स गिर गया और पुट ऑप्शंस की कीमतें बढ़ गईं, जिससे भारी मुनाफा हुआ। दूसरी रणनीति थी एक्सटेंडेड मार्किंग द क्लोज़, जिसमें महीने के एक्सपायरी दिनों में Jane Street ने बाजार बंद होने से ठीक पहले इंडेक्स की कीमतों को प्रभावित किया, जिससे ऑप्शंस की सेटलमेंट कीमतें अपने पक्ष में मोड़ लीं। इस रणनीति से कंपनी ने सबसे ज्यादा मुनाफा कमाया, खासकर बैंक निफ्टी ऑप्शंस में।

17 जनवरी 2024 को Jane Street ने सिर्फ एक दिन में ₹735 करोड़ का मुनाफा कमाया। इस दिन कंपनी ने सुबह इंडेक्स को ऊपर चढ़ाया, फिर दोपहर में गिराया और ऑप्शंस में शॉर्ट पोजिशन से जबरदस्त लाभ कमाया। SEBI ने Jane Street और उसकी चार सहयोगी कंपनियों को भारतीय शेयर बाजार से प्रतिबंधित कर दिया है। साथ ही ₹4,843 करोड़ की कथित अवैध कमाई को जब्त करने का आदेश दिया गया है। SEBI की जांच अब निफ्टी 50 और सेंसेक्स जैसे अन्य इंडेक्स तक भी बढ़ाई जा रही है। Jane Street ने SEBI के आरोपों को खारिज किया है और कहा है कि वह सभी नियमों का पालन करती है और नियामक के साथ सहयोग करेगी।

Jane Street घोटाले ने भारतीय शेयर बाजार में विदेशी हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेडिंग फर्मों की भूमिका, बाजार संरचना और खुदरा निवेशकों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह मामला भारतीय बाजार नियामकों के लिए एक चेतावनी है कि तकनीकी और जटिल ट्रेडिंग रणनीतियों की निगरानी और नियंत्रण कितना जरूरी है।

Facebook
Twitter
LinkedIn
Telegram
WhatsApp
Email
Archives
Scroll to Top