अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अप्रैल 2025 में जारी अपनी वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (WEO) रिपोर्ट में भारत को वैश्विक स्तर पर सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था के रूप में स्थान दिया है। IMF ने भारत की 2025 और 2026 दोनों वर्षों में आर्थिक वृद्धि दर 6.4% अनुमानित की है, जो विश्व के प्रमुख उभरते बाजारों में सबसे अधिक है। इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत की अर्थव्यवस्था nominal GDP के हिसाब से 2025 में लगभग 4.187 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच जाएगी, जिससे भारत जापान को पीछे छोड़कर चौथे स्थान पर आ जाएगा।
जबकि भारत की वृद्धि दर को अप्रैल में 6.2% से थोड़ा ऊपर कर 6.4% किया गया है, वहीं अमेरिका की वृद्धि दर केवल 1.8% से 2% के बीच अनुमानित है। इससे स्पष्ट होता है कि अमेरिका जैसे विकसित देशों की आर्थिक गति अपेक्षाकृत धीमी हो रही है। इसी तरह चीन की वृद्धि दर भी लगभग 4% के आसपास आ गई है, जो पिछले वर्षों की तुलना में कम है। इस परिप्रेक्ष्य में भारत मजबूत आंतरिक मांग, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में उपभोग की स्थिरता के कारण बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में गोल्डमैन सैक्स द्वारा जारी एक आर्थिक विश्लेषण और टैरिफ के असर पर रिपोर्ट को सिरे से खारिज किया है। इस रिपोर्ट में कहा गया था कि अमेरिका के उपभोक्ता टैरिफ की लागत का बड़ा हिस्सा वहन कर रहे हैं, लेकिन ट्रंप ने इसका विरोध करते हुए कहा कि टैरिफ से अमेरिका को जबरदस्त लाभ हो रहा है और उपभोक्ता प्रभावित नहीं हुए। उन्होंने गोल्डमैन सैक्स के सीईओ डेविड सोलोमन और मुख्य अर्थशास्त्री की आलोचना की और उन्हें अपना काम अच्छे तरीके से करने की सलाह दी।
IMF ने ग्लोबल आर्थिक वृद्धि को कुछ चुनौतियों के बावजूद 2025 के लिए 2.8% से लेकर 3.0% तक रहने का अनुमान लगाया है, लेकिन नीति अनिश्चितता, व्यापार तनाव, और वैश्विक महंगाई को लेकर जोखिम जारी हैं। इसमें भारत के लिए मौद्रिक नीतियों, ब्याज दरों में संभावित कटौती, और विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देने वाली सरकारी योजनाओं का सकारात्मक प्रभाव भी जोड़ा गया है।
IMF रिपोर्ट के अनुसार, भारत की वैश्विक आर्थिक भूमिका बढ़ रही है और आने वाले दशक में यह देश जर्मनी सहित कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ सकता है। इसके साथ ही भारत की विकास रणनीतियों में डिजिटलाइजेशन, ग्रामीण सुधार, और निर्यात संवर्धन जैसे पहलू आर्थिक विकास के मुख्य स्तंभ हैं।
IMF की यह रिपोर्ट भारत की आर्थिक मजबूती, विकास की गति और वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव को दर्शाती है। जबकि विश्व की अन्य अर्थव्यवस्थाओं में चुनौतियाँ बढ़ रही हैं, भारत तेजी से आर्थिक सुधार कर वैश्विक प्रतिस्पर्धा में अपनी स्थिति मजबूत कर रहा है।
भारत के इस आर्थिक प्रदर्शन को राष्ट्रीय हित में और भी सुदृढ़ करने के लिए सरकार को आवश्यक आर्थिक सुधार, निवेश प्रोत्साहन, और तकनीकी नवाचार की धाराओं को बनाए रखना होगा।