2025 की छठ पूजा का पर्व नजदीक आते ही एक महत्वपूर्ण और उम्मीद भरी खबर सामने आई है। दिल्ली का यमुना बैंक छठ घाट, जो पिछले पाँच वर्षों से बंद था, अब पुनः खोल दिया गया है। यह घाट 2020 में आम आदमी पार्टी (AAP) के शासनकाल के दौरान बंद कर दिया गया था, और तब से इसे पूरी तरह से भुला दिया गया था। लेकिन पूर्वांचल समुदाय के दबाव और दिल्ली भाजपा नेताओं के हस्तक्षेप के बाद, यह अब पुनः जीवन की ओर लौट आया है।
यमुना बैंक छठ घाट का महत्व
छठ पूजा पूर्वांचल समुदाय के लिए एक विशेष पर्व है, जो हर साल कार्तिक माह में मनाया जाता है। यह पर्व सूर्योदय और सूर्यास्त के समय सूर्य देवता की पूजा करने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा मनाया जाता है। यमुना बैंक घाट का ऐतिहासिक महत्व देखते हुए, यह घाट हजारों श्रद्धालुओं के लिए पूजा का मुख्य केंद्र रहा है। पाँच साल से बंद रहने के बाद, जब इसकी पुनरावृत्ति हुई, तो यह बहुत सारे परिवारों के लिए आशा की किरण बन गया है।
समुदाय का आंदोलन और राजनीतिक हस्तक्षेप
जब यमुना बैंक छठ घाट का उद्घाटन हुआ, तब स्थानीय पूर्वांचल समुदाय ने दमदार आंदोलन किया। उनका मुख्य उदेश्य था कि उनकी धार्मिक आस्था को अदृश्य ना किया जाए। घाट के बंद होने से लक्ष्मी नगर से पांडव नगर तक के हजारों परिवारों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा था।
बंद होने के दौरान, लोगों को अपनी धार्मिक परंपराओं का पालन करने के लिए दूर-दूर तक यात्रा करनी पड़ी। लेकिन अब जब घाट फिर से खुला है, तो यह एक भूलभुलैया से बाहर निकलने की तरह है। स्थानीय भाजपा नेताओं ने भी इस अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाई और इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाए।
घाट का पुनर्निर्माण
यमुना बैंक छठ घाट का पुनर्निर्माण एक बहुत महत्वपूर्ण कदम है। अब इस घाट के प्रबंधन को स्थानीय समुदाय और प्रशासन एक साथ मिलकर सुनिश्चित करेंगे। जि़म्मेदारियों में शामिल होंगे—
- सफाई व्यवस्था
- सुरक्षा
- अन्य आवश्यक सेवाएँ
इससे यह सुनिश्चित होगा कि श्रद्धालुओं को एक सुखद और सुरक्षित अनुभव मिले।
छठ पूजा की तैयारी
छठ पूजा का पर्व नजदीक है, और इस पर्व को मनाने की तैयारी शुरू हो गई है। यमुना बैंक घाट पहले से ही श्रद्धालुओं से भरना शुरू हो गया है। घाट पर पूजा के विभिन्न विधियाँ, जैसे—
- सजा-सजाई
- प्रसाद वितरण
- अर्घ्य देने की तैयारियों
में लोग जुटे हुए हैं।
समुदाय की भावना
इस घाट का पुनः उद्घाटन न केवल पूर्वांचल समुदाय के लिए बल्कि पूरे दिल्ली के लिए खुशी का विषय है। यह प्रदर्शित करता है कि जब समुदाय एकजुट होकर अपनी आवाज उठाता है, तो सकारात्मक परिवर्तन संभव है। यमुना बैंक छठ घाट के माध्यम से, न केवल धार्मिक आस्था को पुनर्जीवित किया गया है, बल्कि सामाजिक एकता और सहयोग की भावना को भी मजबूत किया गया है।
2025 की छठ पूजा से पहले यमुना बैंक छठ घाट का पुनः उद्घाटन एक आशाजनक संकेत है। यह दर्शाता है कि हम अपने धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान की रक्षा करने में सक्षम हैं। आगे भी ऐसे सकारात्मक कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि हमारे समुदाय की आस्था और संस्कृति का संरक्षण किया जा सके। यह आयोजन न केवल कर्तव्य का पालन करता है, बल्कि हमारे सामाजिक जीवन को समृद्ध और प्रेरणादायक बनाता है। श्रद्धालुओं की आस्था और समुदाय की एकता ने दिखा दिया है कि एक समुदाय की शक्ति कितनी प्रभावशाली हो सकती है।