अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के निर्माण के बाद, अब बिहार के सीतामढ़ी जिले में स्थित पुनौरा धाम में माता सीता का एक अनूठा मंदिर बनने जा रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार, 8 अगस्त को इस मंदिर का शिलान्यास करेंगे।
पुनौरा धाम मंदिर के मुख्य पुजारी कौशल किशोर दास ने बताया कि इस शिलान्यास समारोह के लिए हर घर तक निमंत्रण पहुंचाया गया है। भक्तों को तुलसी के पत्तों और पीले चावल के साथ आमंत्रित किया गया है। राहगीरों को भी इस पवित्र आयोजन में शामिल होने का न्योता दिया गया। यह शिलान्यास समारोह तीन दिनों तक एक भव्य उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। माता जानकी के इस दिव्य मंदिर की नींव के लिए 11 पवित्र नदियों का जल लाया गया है, जिनमें गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, धौलीगंगा, लक्ष्मण गंगा, सरस्वती, कमला और सरयू शामिल हैं।
रामकुमार दास ने बताया कि मंदिर प्रबंधन ने शिलान्यास की शाम को दीपोत्सव का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इसके लिए भक्तों से दीपक लाने की अपील की गई है। उस दिन मंदिर और सीताकुंड परिसर को 51,000 दीपों से सजाने की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं।

मंदिर निर्माण के लिए 882 करोड़ रुपये का बजट
1 जुलाई को बिहार सरकार ने पुनौरा धाम में मंदिर निर्माण के लिए 882.87 करोड़ रुपये के बजट को स्वीकृति दी थी। इसमें से 137 करोड़ रुपये मंदिर के निर्माण और 728 करोड़ रुपये पर्यटन से जुड़े बुनियादी ढांचे के विकास के लिए रखे गए हैं। अगले 10 वर्षों तक रखरखाव के लिए 16.62 करोड़ रुपये का प्रावधान है। इस तीर्थस्थल के विकास के लिए 50 एकड़ भूमि अधिग्रहित की जाएगी, जिसमें से 17 एकड़ भूमि वर्तमान में मंदिर परिसर के पास उपलब्ध है।
जानकी मंदिर और आसपास का क्षेत्र होगा विकसित
इस परियोजना में पारंपरिक वास्तुकला के आधार पर एक भव्य मंदिर का निर्माण, उसका संरक्षण और सौंदर्यीकरण शामिल है। मंदिर परिसर के चारों ओर प्रवेश द्वार, विश्राम गृह, यज्ञशाला, भोजनालय, ध्यान केंद्र और प्रवचन कक्ष भी बनाए जाएंगे। पर्यटन सुविधाओं के लिए परिसर में होटल, विश्राम गृह, संग्रहालय, स्मृति द्वार और स्मारक भवन बनाए जाएंगे। मंदिर के आसपास हरियाली के लिए जलाशय, फव्वारे और उद्यान विकसित किए जाएंगे। इसके साथ ही ‘सीता-वाटिका’ और ‘लव-कुश वाटिका’ भी बनाई जाएगी।

बस टर्मिनल का निर्माण
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक बस टर्मिनल बनाया जाएगा और मंदिर तक पहुंचने व ठहरने के लिए आवश्यक ढांचे का विकास होगा। आधुनिक पार्किंग स्थल, चौड़ी सड़कें और स्ट्रीट लाइट युक्त फुटपाथ भी बनाए जाएंगे। सुरक्षा के लिए डिजिटल सूचना केंद्र और कैमरे लगाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि इस भव्य मंदिर के निर्माण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और बड़ी संख्या में श्रद्धालु माता जानकी के दर्शन के लिए आएंगे। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।