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कोयंबटूर (तमिलनाडु) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का शुभारंभ

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 कोयंबटूर (तमिलनाडु) में  राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा का शुभारंभ

IMG 0079IMG 0047कोयंबटूर (तामिलनाडु) 19 मार्च 17.   राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई “अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा”
का विधिवत शुभारंभ मा.सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत तथा सरकार्यवाह श्री
भय्या जी जोशी ने किया. श्री अमृता विश्व विध्याश्रम, कोयंबटूर (तामिलनाडु)
के परिसर मे आयोजित तीन दिवसीय प्रतिनिधि सभा बैठक के दौरान देश व समाज से
जुड़े अहम विषयों पर चर्चा होगी, साथ ही प्रांत अनुसार संघ कार्य का
अवलोकन भी किया जाएगा और आगामी कार्य योजना पर चर्चा होगी.
अनुसांगिक संगठनों से प्रमुख रूप में
विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्र सेविका समिति, स्वदेशी जागरण मंच, अखिल भारतीय
विद्यार्थी परिषद, विश्व विभाग, संस्कार भारती, भारत विकास परिषद, भाजपा के
प्रमुख पदाधिकारी सहित अन्य संगठन  इस बैठक मे भाग ले रहे हैं.
संघ शाखा की संख्या में वृद्धि –
प्रतिनिधि सभा 2017 के उद्घाटन के अवसर पर
संघ के सह सरकार्यवाह वी. भागैय्या ने प्रेस को संबोधित करते हुए देशभर
में संघकार्य स्थिति का विवरण दिया. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में
संघ का कार्य अबाध गति से बढ़ रहा है. संघ कार्य की बढ़ोतरी के साथ साथ संघ
कार्य का दृढ़ीकरण (consolidation) भी हो रहा है.
पूरे देश में पिछले वर्ष संघ के
प्राथमिक शिक्षा वर्ग में एक लाख युवाओं ने भाग लिया.  इसी प्रकार 17500
शिक्षार्थियों ने देशभर में विभिन स्थानों पर आयोजित 20 दिनों तक चलने वाले
प्रशिक्षण वर्ग में भाग लिया. क्षेत्रसहः आयोजित द्वितिय् वर्ष के शिक्षा
वर्ग में 4130 शिक्षार्थी सम्मिलित हुए. नागपुर में आयोजित तृतीय वर्ष के
शिक्षा वर्ग में 973 शिक्षार्थियों को प्रशिक्षण प्राप्त हुआ. 
देशभर में 57233 स्थानों पर संघ की नियमित शाखाएं, 14896 साप्ताहिक मिलन और 8226 मासिक मिलन चल रहे है. 
स्वयं सेवकों द्वारा 19121 सेवा बस्तियों में सेवा कार्य किये जा रहे है.
इस राष्ट्रीय सभा में पारित होने वाले
प्रस्तावों के बारे में उन्होंने बताया कि बंगाल में हिन्दुओं की स्थिति
बड़ी भयानक है. वहाँ हिंसा ,लूट, हत्याएं और मुस्लिम तुष्टिकरण की पराकाष्ठा
हो रही है. हिन्दुओं और हिन्दुओं के त्योहारों पर लगातार हो रहे हमलों
(हाल ही बंगाल के धूलागढ़ और कालियाचक में हुई हिंसा हुई है )  के दौरान
सरकारी मशीनरी और पुलिस मूक दर्शक बनी रहती है. जन हित और राष्ट्रीय
सुरक्षा की वहाँ पर स्वस्थ स्थिति नहीं है.  उन्होंने कहा कि समाज जागरण और
सरकार को अपील  के उद्देश्य से पश्चिम बंगाल की स्थिति और वहाँ के
हिन्दुओं की पीड़ा के बारे में एक प्रस्ताव पारित किया जायेगा.
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