भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 9 मई 2025 को समाप्त सप्ताह में $4.6 अरब बढ़कर $690.6 अरब के 7 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है।
India's forex reserves rise $4.6 billion, hit 7-month high at $690.6 billion: RBIhttps://t.co/kqvWLn4AhZ
— PMO India (@PMOIndia) May 19, 2025
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कुल भंडार:
$690.6 अरब (9 मई 2025 तक), जो पिछले सप्ताह की तुलना में $4.6 अरब अधिक है।
विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियाँ (FCA):
मामूली बढ़ोतरी के साथ $581.37 अरब।
सोना भंडार:
$4.51 अरब की तेज बढ़ोतरी के साथ $86.33 अरब हो गया, जो इस वृद्धि का मुख्य कारण रहा।
वृद्धि के कारण
वैश्विक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव के चलते RBI ने सोने के भंडार को बढ़ाया है, जिससे आर्थिक स्थिरता और मुद्रा की रक्षा को मजबूती मिली है।
विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग RBI रुपये की अस्थिरता को नियंत्रित करने और बाहरी झटकों से अर्थव्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए करता है।
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार सितंबर 2024 में $704.89 अरब के रिकॉर्ड स्तर पर था। फरवरी 2025 में इसमें गिरावट आई थी, लेकिन अब यह फिर से मजबूत हो रहा है।
भारत का बढ़ता विदेशी मुद्रा भंडार आर्थिक स्थिरता और वैश्विक जोखिमों से निपटने की क्षमता को दर्शाता है। सोने के भंडार में तेज बढ़ोतरी ने इस मजबूती में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।