बालोतरा के गायक प्रकाश माली ने यादगार प्रस्तुतियां दी
जैसलमेर । सीमाजन कल्याण समिति जैसलमेर के तत्वावधान में गुरुवार रात्रि को नगर के हनुमान चैराहा पर आयोजित भव्य भजन संध्या में बालोतरा के विख्यात गायक कलाकार प्रकाश माली ने ईश्वर भक्ति और देशभक्ति से संबंधित भजन और गीत सुना कर हजारों श्रोताओं को मानो जड़ कर दिया। उपस्थित जनसमुदाय ने करीब चार घंटे तक इस यादगार कार्यक्रम को दम साधकर देखा और सुना। समिति ने यह कार्यक्रम सीमा जागरण मंच के पूर्व अखिल भारतीय संगठन मंत्री स्व. राकेश कुमार और सीमाजन कल्याण समिति के पूर्व जिला संगठन मंत्री स्व. भीखसिंह भाटी की प्रथम पुण्यतिथि की पूर्व संध्या पर आयोजित करवाया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में जोधपुर सांसद गजेन्द्रसिंह शेखावत और विशिष्ट अतिथियों के रूप में जैसलमेर विधायक छोटूसिंह भाटी एवं पोकरण विधायक शैतानसिंह राठौड़ उपस्थित थे। संत सानिध्य के तौर पर ख्याला मठ के गोरखनाथजी महाराज, संत दीपक साहेबजी और शिवसुखनाथजी महाराज की मौजूदगी रही। प्रारंभ में भारतमाता के चित्र पर सांसद और विधायकों ने पुष्प अर्पित किये। सीमाजन की जिला टीम के सदस्यों ने संतों का श्रीफल भेंट कर स्वागत किया। कार्यक्रम की विषय वस्तु से सीमाजन के प्रांतीय महामंत्री बंशीलाल भाटी ने प्रस्तुत की। इस मौके पर स्व. भीखसिंह भाटी के परिवारजनों का भी सम्मान किया गया।
सांसद श्री शेखावत ने अपने संक्षिप्त उद्बोधन में स्व. राकेश कुमार और स्व. भीखसिंह भाटी के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि दोनों दिवंगत व्यक्तियों ने देश की सीमाओं की सुरक्षा में अपना जीवन खपा दिया। उनका असामयिक निधन एक अपूरणीय क्षति है लेकिन साथ ही उनके द्वारा किये गये कार्य हम सबको राष्ट्रसेवा के लिए अनुप्राणित करते रहेंगे।
करीब चार घंटे तक कार्यक्रम की शुरुआत प्रकाश माली ने श्रीगणेश वंदना से की। बाद में उन्होंने हनुमान चालीसा, बाबा रामदेव और माजीसा के भजनों की अनुपम प्रस्तुतियां दी। उनके गायन की विशिष्ट शैली एवं आवाज के आरोह-अवरोह तथा आर्केस्ट्रा की बुलंद स्वर लहरियों ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। श्री माली ने महाराणा प्रताप पर आधारित गीत ‘‘मायड़ थारो पूत कठै’’ ने जनसमुदाय में देशभक्ति की लहर-सी पैदा कर दी। उनके आह्वान पर खचाखच भरे कार्यक्रम स्थल पर सभी लोगों ने दोनों हाथ ऊपर उठा कर उनके साथ-साथ तान मिलाई। प्रकाश माली ने गायन के बीच-बीच में वर्तमान में राष्ट्र की सुरक्षा के लिए सिर उठाये हुए खतरों की तरफ ध्यान आकृष्ट करवाया।
मध्यरात्रि तक चले कार्यक्रम में श्रोता शुरुआत से आखिर तक जमे रहे। इनमें महिलाओं की उपस्थिति भी उल्लेखनीय थी। कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सभी पदाधिकारी और स्वयंसेवकों के साथ संघ के आनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोग मौजूद थे। गांव-गांव से श्रोता यहां पहुंचे। कार्यक्रम का संचालन केसरसिंह सूर्यवंशी ने किया।